उज्जैन। बडऩगर तहसील के ग्राम लोहाना में मजदूरी पर गई एक महिला का चार वर्षीय बालक खुले बोरवेल में जा गिरा। घटना के एक घंटे बाद ही मौके पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और रेस्क्यू टीम पहुंच गई थी। शुक्रवार देर रात तक बच्चे को बोरवेल में से निकालने का काम जारी था।
बडऩगर के समीप ग्राम लोहाना में रहने वाले महेश परमार की पत्नी चंदाबाई गांव में ही रहने वाले किसान कालूसिंह के खेत पर मजदूरी करने गई थी। इस दौरान चंदाबाई का चार वर्षीय पुत्र आयुष भी साथ में था।
जिस समय चंदाबाई मजदूरी कर रही थी उस समय आयुष खेलते हुए समीप ही खुले हुए बोरवेल में जा गिरा। बच्चे को बोरवेल में गिरता देख लोगों ने शोर मचाया और ग्रामीणों के साथ-साथ पुलिस तथा प्रशासनिक अमले को सूचना दी। सूचना मिलते ही बडऩगर से स्वास्थ्य विभाग का दल, प्रशासनिक अधिकारी और रेस्क्यू टीम पहुंच गई थी।
30 फीट गहराई में फंसा आयुष
गौरतलब है कि बोरवेल की गहराई 160 फीट बताई जा रही है। जबकि आयुष 30 फीट की गहराई में जाकर फंस गया है। मौके पर कलेक्टर कवीन्द्र कियावत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए थे। चार जेसीबी और दो पोकलेन की सहायता से बोरवेल के समीप खुदाई शुरू की गई।
शाम होते-होते 30 फीट से अधिक की खुदाई कर दी गई थी। देर रात तक समानांतर सुरंग बनाने का काम हाथों और गेंती से शुरू किया गया। ताकि मिट्टी न धंसे। समाचार लिखे जाने तक आयुष को बचाने का काम जारी था।