जयपुर/जोधपुर। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में तीन रेजीडेंट डॉक्टर्स के साथ मारपीट के बाद शुक्रवार को जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर और बीकानेर मेडिकल कॉलेज के 2000 से अधिक रेजीडेंट हड़ताल पर उतर आए।
जोधपुर में गुरुवार दोपहर बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से सीनियर रेजीडेंट्स भी हड़ताल पर चले गए थे। शुक्रवार शाम तक जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के 600 से अधिक रेजीडेंट ने भी हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी।
चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने इस संबंध प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सक, आला अधिकारियों समेत पुलिस महानिदेशक से भी बात की। रेजीडेंट की हड़ताल की वजह से अब अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा लगी है।
प्रदेश के प्रमुख अस्पतालों के इंडोर वॉर्ड खाली होने लगे हैं और आउटडोर में भी चंद सीनियर डॉक्टर अपनी सेवाएं देते हुए नजर आ रहे हैं। अस्पतालों की आउटडोर में कई चिकित्सकों की कुर्सियां तो खाली ही नजर आईं।
जोधपुर के रेजीडेंट्स के समर्थन में कोटा, अजमेर, उदयपुर और बीकानेर मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट्स भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल पर उतर आए। दिनभर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य व रेजीडेंट्स के बीच वार्ता चलती रही, लेकिन रेजीडेंट अपनी मांग पर अड़े रहे।
शाम तक जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के 650 से अधिक रेजीडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल पर आ गए हैं। डॉक्टर्स की मांग है कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी हो, तभी वे सेवाएं बहाल करेंगे।