जोधपुर। मथुरादास माथुर अस्पताल में एक मरीज के परिजनों की ओर से रेजिडेंट डाक्टर के साथ की गई मारपीट से उपजा गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है। जोधपुर के रेजिडेंट शनिवार को लगातार चौथे दिन हड़ताल पर रहे।
उनके समर्थन में प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डाक्टर भी शनिवार से हड़ताल पर चले गए है। इससे प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों की चिकित्सा सेवा पूरी तरह से गड़बड़ा गई है।
वहीं जोधपुर में चार दिन से जारी हड़ताल का सबसे अधिक खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। अधिकांश ऑपरेशन स्थगित कर दिए है। सिर्फ इमरजेंसी ऑपरेशन ही किए जा रहे है।
जोधपुर के रेजिडेंट मारपीट के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हुए है। वहीं राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी से बच रही है। इस कारण गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है।
दूसरी तरफ इस हड़ताल के कारण सबसे अधिक परेशानी दूरदराज से इलाज कराने जोधपुर आ रहे लोगों को भुगतनी पड़ रही है। शहर के तीनों प्रमुख अस्पतालों में नए मरीजों की भर्ती नहीं के बराबर रह गई है।
तीनों प्रमुख अस्पतालों में आपरेशन और वार्डों में मरीजों को संभालने की मुख्य जिम्मेदारी रेजिडेंट डाक्टरों के जिम्मे ही रहती है। उनके हड़ताल पर चले जाने के कारण अब मरीज नर्सिंगकर्मियों के भरोसे है। ऐसे में उनकी परेशानी बढ़ गई है।
रेजिडेंट पर बढ़ाया दबाव
प्रशासन मारपीट के आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय रेजिडेंट पर हड़ताल तोडऩे को दबाव बढ़ा रहा है लेकिन रेजिडेंट अपनी मांग छोडऩे को तैयार नहीं है। आज से प्रदेश के अन्य सभी मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट भी जोधपुर के अपने साथियों के समर्थन में हड़ताल पर चले गए है। इस कारण हालात पहले की अपेक्षा ज्यादा विकट हो गए है।