जयपुर। प्रदेशभर में रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल बुधवार को दसवें दिन भी जारी रही जबकि राज्य सरकार ने हड़ताल के दौरान टर्मिनेट या निलंबित किए गए रेजिडेंट डॉक्टरों को बहाल करने या फिर से ज्वाइनिंग कराने के आदेश जारी कर दिए हैं।
इन आदेशों के बाद नौकरी से हटाए गए रेजिडेंट को फिर से नौकरी में लियाा जाएगा और जिन्हें निलंबित किया था, उन्हें बहाल किया जाएगा।
उधर, रिज्वाइनिंग के आदेश से रेजीडेंट डॉक्टर खफा हैं, क्योंकि रिज्वाइनिंग का मतलब नए सिरे से सर्विस की शुरुआत होगी। इससे वरिष्ठता और अन्य लाभ प्रभावित होंगे। चिकित्सा विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेजों को आदेशों की पालना करने को कहा है।
रेजीडेंट्स की जिद्द पर सरकार झुक गई है लेकिन इसके बाद भी रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल खत्म करने का नाम नहीं ले रहे है। प्रदेशभर में बड़ी तादाद में हड़ताली रेजीडेंट को टर्मिनेट या निलंबन की कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई के बाद रेजीडेंट डॉक्टर बहाली की शर्त पर अड़ गए हैं।
निलंबन बहाली के आदेश से तो रेजिडेंट संतुष्ट हैं, लेकिन रिज्वाइनिंग के आदेश से बात बनती दिख नहीं रही है। हालांकि सरकार ने ये आदेश निकालकर अपनी तरफ से पहल करने की कोशिश की है, लेकिन डॉक्टर रिज्वाइनिंग की जगह बहाली पर अड़े हैं।
रेजीडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेजीडेंट के समर्थन में सीनियर रेजीडेंट और निजी अस्पताल प्रशासन भी आ गए हैं तो अब रेजीडेंट डॉक्टर्स अपने आप को काफी मजबूत समझ रहे हैं।