वाशिंगटन। अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन अगले सप्ताह भारत और पाकिस्तान का दौरा करेंगे। वह अपने एक सप्ताह की विदेश यात्रा के दौरान पांच देशों की यात्रा करेंगे। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
सबसे पहले अमरीकी विदेश मंत्री सऊदी अरब जाएंगे। वह सऊदी अरब और इराक की सरकारों के बीच समन्वय परिषद की बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद वह कतर जाएंगे और फिर वह पाकिस्तान पहुंचेंगे।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉर्त ने कहा कि टिलरसन अपने भारत प्रवास के दौरान दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी तथा सुरक्षा एवं समृद्धि पर समन्वय को मजबूत करने को लेकर भारतीय नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।
अमरीकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि भारत से जुड़ी नीति को लेकर दिए गए अपने पहले भाषण में विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भारत और अमेरिका के बीच अगले 100 साल के रिश्तों की दशा और दिशा तय कर दी है। उन्होंने कहा कि टिलरसन के इस संबोधन के कई श्रोता हैं जिनमें चीन भी शामिल है।
अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि निश्चित तौर पर चीन इस संबोधन का एक श्रोता है, लेकिन यह ऐसा भाषण है जिसके बारे में हम उम्मीद करते हैं कि भारत-प्रशांत क्षेत्र के सभी देश इसे गंभीरता से लेंगे।
टिलरसन के बयान का जहां भारत ने स्वागत किया है, वहीं चीन असहज हो गया है। चीन ने कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान को समग्र रूप में लेने की जरूरत नहीं है। यह एकपक्षीय है। वहीं भारत ने इसे नीतिगत बताया है।
अमरीकी विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में भारत को अमरीका के लिए एक अवसर करार दिया है। इस बीच, टिलरसन ने कहा कि एक स्थायी और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के लिए बेहतर स्थिति बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में अमरीकी उद्देश्यों को हासिल करने के लिए भारत और पाकिस्तान को अहम बताया है।