नई दिल्ली। बॉलीवुड में अपने छोटे से करियर में एक अलग पहचान बनाने वाली अभिनेत्री ऋचा चड्ढा अपनी फिल्म ‘मसान’ के कान फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ फिल्म श्रेणी में चुने जाने पर खुशी जताई है।
ऋचा ने कहा कि ‘मसान ‘ का कान फिल्म समारोह मे पहले सिर्फ प्रदर्शन के लिए चुनाव हुआ था लेकिन अब यह सर्वश्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में है। इस फिल्म फेस्टिवल में देश का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात है। पूरी टीम इसे लेेकर गौरवान्वित है।
हमें उम्मीद है की ‘मसान’ अवार्ड जीतने में कामयाब होगी। यह अलग तरह की गंभीर फिल्म हैं। गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के बाद अब ऋचा चड्ढा की यह दूसरी फिल्म है, जो कान फिल्म फेस्टीवल के लिए चुनी गई है। ‘मसान’ में ऋचा और संजय मिश्रा पुत्री-पिता की भूमिका में है।
फिल्म का निर्देशन नीरज घेवन ने किया है। इस मौके पर जब ऋचा से फिल्म पायरेसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पायरेसी के लिए मल्टीप्लेक्स कल्चर भी जिम्मेदार है।
पहले हमारे देश में हर कोई सिनेमाघर में फिल्म देखने जाता था लेकिन सभी फिल्म की टिकट पर चार-पांच सौ रुपए नहीं खर्च कर सकते है, इसलिए लोग 50 रुपए की पायरेटेड सीडी, डीवीडी खरीद कर फिल्म देखते हैं।