तिरुवनंतपुरम। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद ‘टायलेट’ पर दिए अपने बयान पर भारी आलोचना झेल रहे के.जे अल्फोंस ने सोमवार को कहा कि वह ‘टायलेट’ के बारे में लगातार बोलते रहेंगे।
अल्फोंस ने कहा कि चाहे मेरा कितना ही उपहास उड़ाया जाए, मुझे शौचालय बनाने की जरूरत के बारे में बोलने से नहीं रोका जा सकता क्योंकि देश की 67 प्रतिशत आबादी के पास शौचालय नहीं है।
मेरे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) का सपना है कि लोगों को भोजन, घर और एक शौचालय मिले और यह हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है। अगर इस मुद्दे पर मेरा उपहास भी उड़ाया जाता है तो मुझे मलाल नहीं है।
अल्फोंस एक पूर्व नौकरशाह और वामपंथी विधायक (2006-11) रह चुके हैं, 2011 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और तीन हफ्ते पहले केंद्रीय मंत्री के रूप में पदोन्नत किए गए। उन्होंने सोमवार को राज्य की राजधानी में मीडिया के साथ बातचीत में अपनी बात रखी।
केंद्रीय पर्यटन, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने संवाददाताओं से कहा कि मैं व्हाट्सएप नहीं देखता हूं और अगर मैं लोगों को हंसाने में सक्षम हूं, तो यह ठीक है, मैं एक मोटी चमड़ी वाला व्यक्ति हूं। ओडिशा में मजाक बनाने के एक बुरे अनुभव के बाद, अब मुझे मजाक उड़ाने में डर लगता है।
पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा की राय पर अल्फोंस ने कहा कि सभी जानते हैं कि उन्हें वित्त मंत्री अरुण जेटली पसंद नहीं है।
अल्फोंस ने कहा कि सिन्हा कुछ काम ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, जैसा कि वह अब 80 साल के हो चुके हैं। उनके पास कुछ निजी एजेंडे हैं और इसलिए वे ऐसे वक्तव्य दे रहे हैं। चीजों को अपनी जगह बनाने के लिए समय की आवश्यकता है। चाहे वह विमुद्रीकरण हो या जीएसटी।