गुवाहाटी। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रिपुन बोरा को असम प्रदेश कांग्रेस समिति (एपीसीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
बोरा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अंजन दत्त की मृत्यु के बाद प्रभारी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे। बोरा पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साथ ही फिलहाल राज्यसभा में पार्टी का प्रतिनिधितत्व करते हैं।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि पार्टी को बोरा के अनुभव का लाभ मिलेगा। जानकारों का कहना है कि सत्ताविहीन पार्टी को एकजुट रखना बोरा की सबसे बड़ी चुनौती होगी। पूर्व नौकरशाह बोरा उत्तरी असम में शोणितपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के करीबी माने जाते हैं।
आठ साल पहले रिश्वत के एक मामले में सीबीआई की ओर से गिरफ्तार किए जाने के कारण गोगोई ने बोरा को अपने मंत्रिमंडल से शिक्षामंत्री के पद से हटा दिया था।
वह हत्या के एक मामले में भी आरोपी थे जिसकी जांच सीबीआई कर रही थी। गुवाहाटी की एक अदालत ने बाद में उन्हें हत्या के आरोपों से बरी कर दिया था।
मालूम हो कि बोरा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उनकी ओर से राज्य के वरिष्ठ मंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा के खिलाफ मोर्चा खोले जाने की संभावना है। इसका कारण है कि दोनों के बीच छत्तीस का आंकड़ा है।