जयपुर। पूज्य नारायणदास महाराज ने सुबह सवा दस बजे बजे छोटी चौपड स्थित रोजगारेश्वर महादेव की शिव पंचायत सहित प्राण प्रतिष्ठिा की तो छोटी काशी हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठी।
इस मौके पर नारायणदास महाराज ने कहा कि रोजगारेश्वर महादेव मन्दिर की पुर्नस्थापना हिन्दू समाज के लिए अति हर्ष का विषय है। मंदिर हमारी आस्था के केन्द्र है। सरकार ऐसे मंदिरों को तोड कर हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाती है।
उन्होंने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की पूर्व में भी मंदिरों को ठेस पहुंचाने का प्रयास सरकारों ने किए हैं, किन्तु समाज के विरोध के कारण सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को भी पुनः बदलना पडा।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार शहर में बने मंदिरों को हटाने में लगी है। इतना ही नहीं उनके स्वयं के मंत्री अपने ही घरों में बने मंदिर और उनमें लगे शिवलिंग को हटा रहे हैं।
कार्यक्रम की प्रस्तावना मंदिर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक बद्रीनारायण चौधरी ने दी तथा उपस्थित संतों और समाज बंधुओं का स्वागत डॉ. हेमन्त सेठिया ने किया। अन्त में संमिति से जुडे प्रतापभानु सिंह शेखावत ने धन्यवाद दिया।
251 जोडों ने दी एक लाख आहुतियां
प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व रात्रि में पांच प्रमुख यजमाओं के साथ कुल 251 जोडों ने एक लाख आहुतियां महादेव का अर्पित की। प्रातः 8 बजे से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा प्रारम्भ हुई। इस से पूर्व मंदिर को पूर्ण विघान से गगांजल, गौमय आदि से शु़द्ध किया गया। गौरतलब है कि बुधवार को मंदिर पुननिर्माण समिति की ओर से सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर से गाजे-बाजे के साथ शिव पंचायत की प्रतिमाओं को नगर भ्रमण कराया गया था।
पूज्य संतों का मिला सानिध्य
रोजगारेष्वर महादेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर पूज्य बालमुकंदाचार्य हाथोज, सियारामदास महाराज कनकबिहारी जी का मंदिर गलता गेट, रामदुलारी महाराज (बंशी वाले बाबा), अलबेली माधुरीशरण महाराज, आयोध्यादास महाराज, साध्वी समदर्षी जामडोली संहित सैकडों की संख्या में संत वृंद उपस्थित थे।