कोलकाता। रोजवैली मामले में गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद तापस पाल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को कुछ अहम सुराग मिले हैं।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में जांच एजेंसी को लगातार नए तथ्य हासिल हो रहे हैं। गौरतलब है कि गत जुलाई महीने में सीबीआई ने रोजवैली के न्यूटाउन स्थित ऑफिस में दबिश दी थी। तलाशी के दौरान सीबीआई को तापस पाल के लिखे कुछ पत्र मिले थे।
केंद्रीय वित्त मंत्री व रिजर्व बैंक को लिखे उन पत्रों में विभिन्न चिटफंड कंपनियों पर अवैध कारोबार करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। दिलचस्प बात यह है कि उन पत्रों में कहीं भी रोज वैली का जिक्र नहीं था।
ये सारे खत तापस पाल के सांसद वाले लेटरहैड पर लिखी गई थी। रोजवैली के ऑफिस में उन खतों की बरामदगी से सीबीआई अधिकारी भी चकित रह गए थे।
इस मामले में तापस पाल की भूमिका इसलिए भी संदिग्ध नजर आती है क्योंकि उन्होंने 2010 में रोजवैली के फिल्म डिविजन की डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन वेतन व अन्य सुविधाएं 2013 तक मिलती रही थी। यहां तक कि तापस पाल कंपनी के सेमिनारों व एजेंट मीटिंग में भी नियमित रूप से जाया करते थे।
गिरफ्तार तृणमूल सांसद से रातभर पूछताछ
रोजवैली चिटफंड मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद तापस पाल से रात भर पूछताछ की गई। सीबीआई अधिकारियों ने साल्टलेक के सीजीओ कॉम्पलैक्स में शक्रवार को पूरी रात उनसे चरणबद्ध तरीके से पूछताछ की। इसके बाद शनिवार सुबह भी तृणमूल सांसद से पूछताछ की गई।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार पूछताछ में तृणमूल सांसद सीबीआई अधिकारियों को सही जानकारी देने से बचने की कोशिश करते पाए गए। उन्होंने कई सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया। कई बार वे सवालों को टालने की कोशिश करते देखे गए। तापस पाल से अभी और पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि रोजवैली चिटफंड कंपनी के फिल्म डिविजन के डायरेक्टर रह चुके अपने जमाने के मशहूर अभिनेता तापस पाल पर रोज वैली से अवैध तरीके से आर्थिक फायदा हासिल करने का आरोप है। इस मामले में शुक्रवार को सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था।
भुवनेश्वर अदालत में होगी तापस पाल की पेशी
रोजवैली चिटफंड मामले में गिरफ्तार तृणमूल सांसद तापस पाल को भुवनेश्वर की अदालत में पेश किया जाएगा। शनिवार दोपहर बाद उन्हें अदालत में पेश किये जाने की संभावना है। रोजवैली आर्थिक अनियमितता से जुडा पहला मामला भुवनेश्वर की अदालत में ही दायर हुआ था इसलिए तापस पाल को पेशी के लिए भुवनेश्वर ले जाया गया है।
सीबीआई तापस पाल को अपनी हिरासत में लेने के लिए आवेदन करेगी ताकि उनसे इस मामले में और पूछताछ की जा सके। शनिवार तड़के ही इंडिगो के विमान से सीबीआई के अधिकारी तापस पाल को लेकर भुवनेश्वर पहुंचे। वहां उन्हें फिलहाल सीबीआई कार्यालय में रखा गया है।