सबगुरु न्यूज-सिरोही। सारणेश्वर रोड स्थित हिन्दू श्मशान महासभा की रविवार को शाम को हुई कार्यकारिणी की बैठक में जब महासभा कार्यकारिणी श्मशान के लकडखाने से लकड़ी निकाले जाने के मामले को लेकर विवाद इस कदर गर्माया कि हाथापाई की नौबत आ गई।
बैठक में कार्यकारिणी की ओर से एफआईआर दर्ज करवाने के संकेत नहीं मिलने पर स्थानीय युवकों ने पहल करते हुए पुलिस को इसकी रपट दी। यह बात अलग है कि पुलिस ने इस रपट को दर्ज नहीं किया था।
उल्लेखनीय है कि सारणेश्वर रोड स्थित हिन्दू श्मशान के लकडखाने से पिछले पखवाड़े इमारती लकडिय़ां निकाले जाने का मामला सामने आया था। इस मामले में महासभा अध्यक्ष ने एक व्यक्ति को नोटिस भी दिया था।
यह लकडिय़ां सिंदरथ स्थित आरा मशीन में इमारती उपयोग के लिए चिरवाने के लिए ट्रैक्टर से भिजवाई गई थी। जब यह मामला सामने आया तो खुद अध्यक्ष करणसिंह राठौड और कुछ स्थानीय लोग सिंदरथ की आरा मशीन पर पहुंचे और इन लकडिय़ों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की।
इन लकडिय़ों को रविवार को आरा मशीन से वापस ले आया गया। शाम को रतनबाव परिसर में हिन्दू श्मशान महासभा की साधारण बैठक हुई। इसमें शहर के सर्वसमाज के लोग एकत्रित हुए। अधिकांश लोगों ने इस मामले में सामने आ रहे नामों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाने की मांग रखी।
लोगों का कहना था कि महासभा की कार्यकारिणी ही यह रिपोर्ट दर्ज करवाए। इसे लेकर काफी देर तक माथापच्ची और गर्मागर्म बहस भी हुई, लेकिन कार्यकारिणी की ओर से इस प्रकरण की रिपोर्ट दर्ज करवाने को लेकर कोई संकेत नहीं मिले। मीटिंग के दौरान यह स्थिति आ गई कि एक व्यक्ति के साथ तो हाथापाई की नौबत भी आ गई।
इस पर विवाद गहराने पर स्थानीय लोग कोतवाली पहुंचे वहां पर एक रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने रात तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की थी। इस मामले के धार्मिक संवेदना से जुडे होने के कारण श्मशान जैसे स्थान की लकडिय़ों को कथित रूप से बिना किसी की सूचना के निकलवाकर उसे इमारती उपयोग के लिए कटवाने से लोगों में काफी नाराजगी है।