लखनऊ। आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर धमकाने का आरोप लगाए जाने पर सपा ने प्रतिक्रिया दी है।
सपा ने उनका नाम लिए बगैर कहा है कि कुंठित मानसिकता वाले कुछ तत्व अनर्गल रूप से मुलायम सिंह यादव की छवि को खराब करने पर आमादा हैं, लेकिन जनता ने ऐसी ओछी बातें करने वालों पर कभी विश्वास नहीं किया है। यादव पर लगाए जाने वाला आरोप बेबुनियाद है। जिन्हें राजनीति करनी है वे नौकरी छोड़ें, राजनीति में उतरें।
चैधरी ने कहा कि छह दशक के सार्वजनिक जीवन में यादव के विरोधियों ने भी उनके व्यवहार पर कोई टिप्पणी नहीं की। रक्षा मंत्री रहते हुए उनके कई अहम फैसले आज भी याद किए जाते हैं। वे शालीनता सहृदयता के लिए जाने जाते हैं। सहज स्वभाव और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें निर्विवाद बनाए हुए है। लेकिन यह खेद एवं क्षोभ का विषय है कि कुछ बौने कद के नेता और अधिकारी उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की ओर इशारा करते हुए बिना नाम लिए बगैर कहा कि कुछ अधिकारी राजनीति करने के शौकीन हो गए हैं। वे अपनेे दायित्व और विभागीय कामकाज की बजाय सोशल मीडिया पर बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे अधिकारी सेवा नियमावली का उल्लघंन कर रहे हैं। उन्हें प्रशासकीय गारिमा एवं अनुशासन का ख्याल नहीं है।
उन्होंने किसी पार्टी या दल का नाम लिए बगैर कहा कि बिडंबना है कि लोकतंत्र की मर्यादाओं से खिलवाड़ करने में कुछ दलों के नेता भी इस खेल में शामिल हैं। दुर्भावना की भाषा बोलने वाले अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं। उन्हें इस खतरे को समझना चाहिए।
विभागीय व प्रशासनिक मर्यादा तोड़ने वालों, अनुशासनहीनता को बढ़ावा देना वालों से प्रशासनतंत्र पंगु हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों को राजनीति करना है, वे नौकरी छोड़ें। राजनीति में उतरें। प्रशासन का अंग होते हुये नेतागिरी करना कतई स्वीकार्य नहीं है।