उज्जैन। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर की भस्मारती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को शुल्क देना पड़ेगा। हालांकि, यह शुल्क केवल 10 रुपये रखा गया है, लेकिन इससे मंदिर की व्यवस्थाएं दुरुस्त होंगी।
महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा भस्म आरती को सशुल्क करने के निर्णय संत-पुजारियों समेत आम श्रद्धालुओं ने भी स्वागत किया है। इस संबंध में सिंहस्थ मेला प्राधिकरण अध्यक्ष दिवाकर नातू ने कहा है कि इस शुल्क से श्रद्धालुओं के लिए और अधिक अच्छी व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जा सकेगा।
श्रद्धालुओं के लिए प्रक्रिया व्यवस्था का यह शुल्क नाम मात्र है और भगवान की सेवा के लिए है। इससे निश्चित रूप से भस्म आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को भी व्यवस्थित रूप से पास जारी किए जा सकेंगे और प्रतिदिन की अनुमतियां भी सुगमता से मिलेंगी।
इच्छुक और भस्म आरती की चाह रखने वाले श्रद्धालु अनुमति से वंचित भी नहीं होंगे। पुजारियों ने कहा कि मन्दिर प्रबंध समिति के द्वारा मंदिर परिसर में भस्म आरती परमिशन के लिए अलग-अलग 2 भस्म आरती काउंटर खोले गए हैं और इनकी व्यवस्था के लिए कई कर्मचारियों को लगाया गया है।
भस्म आरती पर लगाया गया शुल्क वस्तुत: व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए है, जिसके चलते कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से भस्म आरती की बुकिंग नहीं करवाएगा। वर्तमान में यह भी देखने में आ रहा है कि कई व्यक्ति भसम आरती की बुकिंग करा देते हैं तथा बाद में दर्शन करने नहीं आते।
इससे बुकिंग प्रक्रिया पर अनावश्यक व्यय होता है तथा दूसरे जो लोग भस्म आरती के दर्शन करना चाहते हैं, वे दर्शन से वंचित रह जाते हैं। ऑफलाइन बुकिंग पर लगाया गया 10 रूपये शुल्क नाममात्र का है, जो व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक है।