जोधपुर। प्रतापनगर के कमला नेहरू नगर में दो साल पहले चल रहे एक छात्रावास के संचालक और परिचितों पर सरकारी नौकरी दिलवाएं जाने का झांसा देकर दो लोगों से 12 लाख से ज्यादा ठगी कर ली गई। ना तो नौकरी मिली और न ही रूपये मिल पाए।
प्रतापनगर पुलिस ने पीड़ितों की रिपोर्ट पर दो अलग अलग प्रकरण दर्ज किए है। जांच की जा रही है। नागौर जिले के सिणोद के रहने वाले कैलाशचंद्र पुत्र हरदीन राम ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2014 में उसकी पुत्री मोनू कमला नेहरू नगर में एक छात्रावास में अध्ययनरत थी। तब इसके संचालक संदीप कश्यप से पहचान हुई।
संदीप ने अपनी पहचान सरकारी महकमें में कार्यरत बड़े लोगों से होना बताया साथ ही उसकी पुत्री मोनू को तृतीय श्रेणी में सरकारी नौकरी दिलवाने की बात कही। बदले में रूपए मांगे। करीबन पांच लाख में सरकारी नौकरी दिलवाने पर बात बनी।
तब संदीप कश्यप ने अपनी पत्नी रेणु से भी मिलवाया। फिर 2015 में आरोपी कुछ लोगों को कार बिठाकर लाया और उनको लोकसेवा आयोग के उच्चाधिकारी बताया और पांच लाख रूपये ले लिए। लेकिन पीड़ित की युवती की नौकरी के लिए टालमटोल जवाब मिला।
इसी प्रकार का झांसा कालूराम सिणोद को दिया गया। उससे भी इन लोगों ने सात लाख 10 हजार रूपये ले लिए। मगर आरोपी छात्रावास बंद कर फरार हो गए। प्रतापनगर पुलिस ने अदालत से मिले परिवाद पर दो प्रकरण धोखाधड़ी में दर्ज किए है।