नई दिल्ली। दो हजार के नए नोट के रंग छोड़ने के लेकर आजकल सोशल मीडिया पर तरह-तरह की आशंका जताई जा रही है कि इसकी छपाई बहुत घटिया है लेकिन सच्चाई इसके बिलकुल उलट है।
केंद्र सरकार का साफ कहना है कि दो हजार के नए नोट को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए इसे इंटैगलियो प्रिंटिंग तकनीक से छापा गया है।
इस नोट के असली होने की पहली पहचान ही यही है कि इस पर कपड़ा रगड़ने से टर्बो इलेक्ट्रिक इफेक्ट पैदा होता है और नोट का रंग हल्के रूप में कपड़े पर नजर आता है। इसका मतलब नए नोटों की घटिया छपाई कतई नहीं है।
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