जयपुर। बड़े नोट बंद किए जाने के सरकार के निर्णय के कारण जहां राजस्थान की कृषि मंडियां बंद रहीं वहीं जयपुर में पर्यटकों को ऐतिहासिक स्मारकों पर मुफ्त प्रवेश देना पड़ा।
राजस्थान खाद्य व्यापार संघ के अनुसार किसान मंडियों में उपज ले कर आ रहे हैं, लेकिन व्यापारियों के पास उनके पास देने के लिए पैसा ही नहीं है। ऐसे में बुधवार को मंडियों में कामकाज नहीं हुआ।
संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि मंडियां बंद रहने से करीब 1700 करोड रूपए का व्यापार प्रभावित हुंआ। हालांकि गुरूवार से मंडियां खुल जाएंगी। राजस्थान में मण्डियों के अलावा अन्य व्यापार भी लगभग ठप रहा।
व्यापारियों का कहना था कि लेन-देन करने के लिए पैसा नहीं है। नए नोट बाजार में आएंगे तब काम होगा।
पेट्रोल पम्पों पर झगडे- इधर नोट बंद किए जाने से पेट्रोल पम्पों पर भी झगडे होते रहे। लोग 500 का नोट देकर सौ रूपए का पेट्रोल मांगते रहे।
पेट्रोल पम्प मालिकों का कहना है कि उनके पास खुले पैसे खत्म हो गए हैं। लोग 500 रूपए का पेट्रोल लें तो ठीक है, लेकिन जनता पैसे खुले कराने के लिए आ रही है।
मंदिरों में लगे नोटिस- उधर मंदिरों में भी चढावे में 500 और हजार के नोट नहीं चढाने के नोटिस लग गए। जयपुर के प्रमुख मंदिर गोविंददेवजी सहित कई बड़े मंदिर परिसरों में जगह-जगह इस तरह के नोटिस बोर्ड लगा दिए गए हैं।
पर्यटक हुए परेशान- राजस्थान में इस समय पर्यटन सीजन है। पुष्कर मेला चल रहा है, लेकिन बडे नोट बंद किए जाने से पर्यटकों को काफी परेशानी हुई क्योंकि ज्यादातर पर्यटक बड़े नोट ही ले कर चल रहे।
जयपुर में आमेर महल, जंतर-मंतर सहित सभी पर्यटक स्थलों पर टिकटों में खुले पैसे को लेकर विवाद की स्थिति बनी तो आखिर में सभी पर्यटकों को निशुल्क प्रवेश देने का निर्णय करना पड़ा। यह निर्णय गुरूवार को भी लागू रहेगा। उधर पुष्कर मेले में पशुओं की खरीद-बिक्री बुरी तरह प्रभावित रही।