मुंबई। पुणे जिले में नववर्ष के स्वागत के नाम पर आयोजित किए जा रहे सनबर्न फेस्टिवल पर राज्य सरकार ने एक करोड़ 4 लाख रुपए का जुर्माना ठोंक दिया है।
इतना ही नहीं यहां होने वाले कार्यक्रम में बिके टिकटों पर भी एक करोड़ 77 लाख रुपए का मनोरंजन शुल्क सरकार ने सनबर्न से वसूल किया है।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल पुणे जिले में आयोजित किए जाने वाले सनबर्न फेस्टिवल का सनातन संस्था सहित बड़े पैमाने पर हिदूवादी संगठनों ने विरोध किया था। साथ ही इस फेस्टिवल को अदालत में भी चुनौती दी गई थी।
अदालत से मिली हरी झंडी के बाद पुणे में सनबर्न फेस्टिवल मनाया जा रहा है। लेकिन यहां बिना अनुमति के पहाड़ों के सपाटीकरण को लेकर संबंधित अधिकारी ने 62 लाख रुपए का जुर्माना तत्काल भरने का आदेश जारी किया है।
गौरतलब है कि पुणे की हवेली तहसील में स्थित केसनंद गांव में पहाड को सपाट बनाकर सनबर्न फेस्टिबल का आयोजन किया गया था। इस सनबर्न फेस्टिबल का आयोजन करने के लिए तहसीलदार या जिला खनिज विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी।
इसी को ध्यान में रखते हुए हवेली तहसील के एसडीएम ने 62 लाख रुपए का दंड आयोजकों पर लगाया है। इसी प्रकार सनबर्न फेस्टिवल के लिए जमीन को लेते समय भी नियमों का उल्लंघन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
इसके लिए राजस्व विभाग ने सनबर्न फेस्टिवल के आयोजकों पर 42 लाख रुपए का जुर्माना लगा दिया है। बतादेंकि आयोजकों ने सरकार के साथ जो सनबर्न फेस्टिवल के लिए जो अनुबंध किया था वह सही नहीं था।