रांची। विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल के निधन से पूरे संघ परिवार में शोक की लहर है।
अपनी संवेदना व्यक्त करते हुये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बैद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन ने कहा कि देश और हिन्दू समाज के स्वाभिमान के लिए अपनी जिंदगी लगा देने वाले एक नायक का अंत हो गया।
उनके निधन से पूरी दुनियां का हिन्दू समाज मर्माहत है। क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कहा कि अशोक जी का जाना संघ परिवार के लिए अपूरर्णीय क्षति है।
क्षेत्र संघचालक सिद्धिनाथ सिंह ने कहा कि अशोक जी का निधन उनकी व्यक्तिगत क्षति जिसका भरपायी करना मुश्किल है। प्रांत प्रचारक अनिल मिश्र ने कहा अशोक जी के उपस्थिति मात्र से ही समाज का काम करने की प्रेरणा मिलती थी। उनके निधन से संघ और हिन्दू समाज को गहरा आधात लगा है।
सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल ने कहा कि हिन्दू समाज के स्वाभिमान के लिए लड़ने वाल एक योद्धा चला गया। समाज को एक अपूरर्णीय क्षति हुई है। संघ परिवार उनके निधन से मर्माहत है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे।
विभाग संघचालक ज्ञान प्रकाश जालान ने कहा कि बीएचयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अशोकजी ने अपना पूरा जीवन देश और समाज के लिए लगा दिया। संघ की पाठशाला से निकले इस युगपुरूष को शत-शत नमन।
विकास भारती के सचिव अशोक भगत ने कहा कि मैं विद्यार्थी जीवन से ही उनके संपर्क में था। उन्होंने उत्तर प्रदेश में विद्यार्थी परिषद के काम को गति देने में काफी मार्गदर्शन किया। वे राष्ट्रभक्त युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणाश्रोत बनें रहेंगे। उनके निधन से गहरा आधात लगा है।
विद्या भारती के क्षेत्रिय संगठन मंत्री दिवाकर घोष ने कहा कि अशोक जी के निधन सम्पूर्ण राष्ट्र, सम्पूर्ण हिन्दू समाज और संस्कृति के लिए भारी क्षति है।
प्रदेश मंत्री शशिकांत द्विवेदी ने कहा कि अशोक सिंघल जी देश हित और हिन्दू हित के लिए लड़ने वाले एक महान योद्धा थे। उनके निधन से देश को भारी क्षति हुई है। मुकेश नंदन ने कहा कि वे रामजन्मभूमि आंदोलन के पुरोधा थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।