देहरादून। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत पिछले चार दिनों से उत्तराखंड प्रवास पर हैं।
इसी क्रम में सोमवार को सर संघचालक मोहन भागवत दोपहर में विकासनगर से देहरादून पहुंचे भागवत शहर के तिलक मार्ग स्थित संघ के प्रांत कार्यालय भाउराव देवरस कुंज पहुंचे और यहां बीमार चल रहे अत्यन्त वरिष्ठ प्रचारक डा. नित्यानन्द से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने डा. नित्यानन्द को प्रणाम किया और उनसे आशिर्वाद मांगा। डा. नित्यानन्द ने उन्हें केदारनाथ आपदा पर स्व लिखित पुस्तक भेंट की और उन्हें स्वयं द्वारा उत्तरकाशी के मनेरी भाली में चलाए जा रहे केशव सेवा आश्रम में आने के लिए आमंत्रित किया।
डा.नित्यानन्द ने बताया कि भागवत से उनकी मुलाकात आज पूरे दो साल के बाद हो रही है। इससे पहले उनकी मुलाकात भागवत से वर्ष 2013 में 4 अक्टूबर को उत्तरकाशी के मनेरी भाली स्थित उनके आश्रम के एक कार्यक्रम में हुई थी।
डा. नित्यानन्द से मुलाकात के बाद आरएसएस नेता नगर के प्रतिष्ठित गुरूराम राय दरबार झंडा साहिब पहुंचे। वहां उन्होंने महंत देवेन्द्र दास से चर्चा परिचर्चा की। इससे पूर्व हरिद्वार के पदाधिकारी कार्यकत्र्ता सम्मेलन के बाद उन्होंने विकासनगर के बाड़वाला क्षेत्र में साधना केन्द्र का भ्रमण किया।
यहां वे अपने निजी दौरे पर विकासनगर क्षेत्र के बाड़वाला साधना केन्द्र पहुंचे। उन्होने स्वामी जी के विचारों और जन हित में सेवा करने की प्रशंसा की।
विकासनगर क्षेत्र के बाडवाला में स्थित साधना केन्द्र में रविवार को देर शाम पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भव्य स्वागत हुआ। उनके साथ क्षेत्र प्रचारक आलोक जी, प्रांत प्रचारक युद्धवीर जी समेत उनके निजी सहयोगी भी थे।
सधना केन्द्र में भागवत जी ने कई वर्षाे से मौन व्रत धारण किये महाराज चन्द्र स्वामी से मुलाकात कर कुछ खास बातें की। महाराज ने उनकी सभी बातें सुन कर कागज पर लिखा और फिर उनका जवाब देकर आरएसएस प्रमुख को संतुष्ट किया।
स्वामी जी के शिष्य विवेकानन्द ने आरएसएस प्रमुख और स्वामी जी की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया। आरएसएस प्रमुख ने इस दौरान स्वामीजी द्वारा संचालित स्कूल और अस्पताल का निरीक्षण किया और जनहित के कार्यो को देखकर प्रसन्नता जाहिर की। शाम को संघ नेता शताब्दी एक्सप्रेस से नई दिल्ली के लिए निकल गए।