नई दिल्ली। मोदी सरकार 10 जून से संघ प्रमुख मोहन भागवत को जेड पल्स सुरक्षा देने जा रही है। भागवत को जो जेड पल्स कवर सुरक्षा कवर मिलने जा रहा है।
गृह मंत्रालय ने जेड प्लस सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को आदेश जारी कर दिए हैं और वह अपनी जिम्मेदारी 10 जून से संभाल लेगी। इसी स्तर की सुरक्षा प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को भी मिलता है।
खूफिया विभाग के एक अधिकारी की जानकारी के अनुसार भागवत कुछ आतंकी संगठनों के हिटलिस्ट में हैं और इसी कारण सरकार ने उन्हे जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया गया है।
भागवत के लिए एक बुलेट प्रूफ बीएमडब्ल्यू कार रहेगी। इसके अलावा उनके काफिले में चार एसयूवी व्हीकल्स भी होंगे। जानकारी के मुताबिक, भागवत जहां भी जाएंगे, कमांडोज की एक टीम दो दिन पहले उस स्थान का मुआयना करेगी और जरूरी सुरक्षा प्रबंध करेगी। भागवत को सीआईएसएफ के 190 कमांडो सुरक्षा देंगे।
भागवत देश के पहले ऐसे गैर राजनीतिक व्यक्ति हैं जिसे इस तरह की सुरक्षा दी जा रही है। यह इसलिए और भी खास हो जाता है, क्योंकि भागवत किसी संवैधानिक पद पर भी नहीं हैं।
बता दें कि साल 2006 में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा ने आरएसएस स्थित हेडक्वार्टर पर हमला किया था। एक पुलिस अफसर का कहना है कि सुरक्षा एजेंसीज ने भागवत की सुरक्षा के रिव्यू के दौरान इस बात को ध्यान में रखा कि वह कई आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में शामिल हैं।
फिलहाल, महाराष्ट्र पुलिस और स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स आरएसएस हेडक्वार्टर और भागवत की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे हैं। 190 कमांडोज की टीम अब यह भार संभालेगी। इन कमांडो को एनएसजी की तर्ज पर ही ट्रेनिंग दी गई है। यह अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने के साथ मार्शल आर्ट में भी एक्सपर्ट होते हैं।
जानकारी के मुताबिक भागवत जहां भी जाएंगे, कमांडोज की एक टीम दो दिन पहले उस स्थान का मुआयना करेगी और जरूरी सुरक्षा प्रबंध करेगी। भागवत के लिए एक बुलेट प्रूफ बीएमडब्लू कार रहेगी। इसके अलावा उनके काफिले में चार एसयूवी व्हीकल्स भी होंगे।