कोलकाता। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने धमांüतरण के मुद्दे का समर्थन करते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म से भटका है, वे उसे घर वापस लाएंगे। संघ प्रमुख ने यहां विशाल विश्व हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी लोग हमारे धर्म से भटके हैं, हम उन्हें वापस लाएंगे।
अगर किसी व्यक्ति को यह पसंद नहीं तो इसे रोकने के लिए कोई कानून बनाए। उन्होंने कहा कि हम किसी का धर्म परिवर्तित करने के लिए बाहर नहीं निकले हैं लेकिन अगर हिंदू परिवर्तन नहीं करेंगे तो हिंदू धर्म कभी नहीं बदलेगा। हम इस मसले पर तटस्थ हैं। हम अपने लोगाें को उनसे बचाएंगे जो दूसरों का सिर काटते हैं।
संघ प्रमुख ने कहा कि जब तक हिंदुओं में एकता नहीं होगी और वे मजबूत नहीं होंगे तब तक कोई भी शांति से नहीं रह पाएगा। उन्होंने कहा कि हम कहीं बाहर से यहां घुसे नहीं हैं। भारत एक हिंदू राष्ट्र है और अब हिंदू जागृत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरे धर्म के अनुयायियों का हिंदू धर्म स्वीकारने का विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले हिंदुओं का दूसरे धर्म में परिवर्तन रोकना चाहिए।
संघ प्रमुख ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को भारत भूमि कहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान 1947 में हुई घटना के कारण बना है और यह स्थायी नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कई अपराध कर रहा है। बांग्लादेशी घुसपैठिये कई अपराध कर रहे हैं लेकिन फिर भी हम सहन कर रहे हैं। हालांकि अब हम ये सब बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें पता कि हमें कौन से कदम उठाने चाहिए।
दुनिया भर में आतंकित हुए लोगों को बस हिंदू ही मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं को शंाति से नहीं रहने दिया जा रहा है और अब वहां भी अमन नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को ही यह बयान दिया है कि उनकी पार्टी जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने के खिलाफ है।