वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन मधुकर राव भागवत रात्रि प्रवास के बाद गुरूवार की सुबह महमूरगंज सिगरा रोड स्थित केशव शाखा पहुंचे। जहां संघ की गतिविधियों के अलावा गोदौलिया विवाद की हकीकत को भी जाना।
यहां पहुंचने पर भगवा ध्वज को प्रणाम किया और करीब एक घण्टा शाखा पर रहकर स्वयंसेवकों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक दक्षता बढ़ाने को टिप्स दिया। इस दौरान गणेश प्रतिमा विर्सजन की जिद पर अड़े सन्तों पर लाठीचार्ज फिर उसके बाद धर्म रक्षा संकल्प यात्रा, अन्याय प्रतिकार यात्रा और उसमें हिंसा की पूरी जानकारी स्वयंसेवको ने अपने मुखिया को दी।
इसके अलावा संघ प्रमुख ने स्वयंसेवको का हाल चाल लेने के बाद प्राथमिक शिक्षा वर्ग (आईटीसी) के बारे में जाना। और उनका उत्साह वर्धन किया। इसके पूर्व नित्य क्रिया से फारिंग योग प्राणायाम ध्यान के बाद हल्का नाश्ता लिया। दोपहर में संघ और नगर के प्रबुद्ध वर्ग के चुनिन्दा लोगों से भी शहर के हालात पर चर्चा करने के बाद रामनगर की रामलीला देखने सायं 4 बजे निकलेंगे।
बतादें, काशीराज परिवार के निमंत्रण पर सबसे प्राचीन रामलीला देखने और गोरखपुर में आयोजित संघ की बैठक में भाग लेने संघ प्रमुख विमान से बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचे। हवाई अड्डे से बाहर निकलने पर पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया।
पत्रकारों ने प्रदेश के काबीना मंत्री मो.आजम खां के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा और संघ मिलकर देश को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं, पर संघ प्रमुख की राय जाननी चाही तो भागवत ‘‘नो क्वेश्चन’’ कहते हुए आगे बढ़ गए।
इसके बाद श्री भागवत स्वयंसेवकों और सह क्षेत्र कार्यवाह डा. वीरेन्द्र जायसवाल, संघ के प्रान्त प्रचारक अभय जी, प्रान्त व्यवस्था प्रमुख जयप्रकाश, विभाग बौद्धिक प्रमुख दिनेश पाठक के साथ सिगरा केशव शाखा के लिए चल पड़े। सिगरा कार्यालय में हल्का नाश्ता के बाद प्रान्त प्रचारक अभय जी और क्षेत्र प्रचारक शिवनारायण से विसर्जन विवाद को लेकर बातचीत की।
माना जा रहा है कि संघ प्रमुख ने विसर्जन विवाद को लेकर चले आंदोलन में भाजपा की क्या भूमिका रही और कांग्रेस ने इस आंदोलन को कैसे भाजपा के हाथ से छिन लिया। उन्होंने शहर के हालात के बारे में भी मंत्रणा की और पूछा कि गंगा में विसर्जन के सवाल पर काशी की आम जनता की राय क्या है। साधु-संतों पर हुए लाठीचार्ज की घटना पर चिंता जाहिर की।