इटानगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डा. मोहन भागवत ने कहा कहा कि आरएसएस को जानने के लिए संघ में शामिल होना पड़ेगा।
संघ प्रमुख ने तीन दिवसीय अपने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर के दौरे के दौरान राजधानी के इंदिरा गांधी मैदान में रविवार को आयोजित अरुण चेतना सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए उपरोक्त बातें कही।
सम्मेलन के दौरान संघ प्रमुख को अरुणाचली परिधान व हाथों में तलवार देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा गैर राजनीतिक संगठन है।
उन्होंने कहा कि संघ देश व समाज की भलाई के लिए काम करता है। संघ किसी धर्म, जाति और संस्कृति के साथ कोई भेदभाव नहीं करता है| न ही धर्म परिवर्तन में विश्वास करता है। संघ में राष्ट्र निर्माण के लिए लोगों को तैयार किया जाता है|
संघ का स्वयंसेवक भारत को उच्च स्थान पर पहुंचाने के लिए कार्य करता है। संघ प्रमुख ने आरएसएस के बारे में गलत विचार और झूठ फैलाने वालों से कहा कि किसी के बारे में कुछ भी जाने बिना नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ अच्छे व्यक्ति तैयार करता है, ताकि आगे जाकर वे देश के कुछ काम आएं।
संघ में लोगों को शिक्षा, अनुशासन के अलावा अनेक शारीरिक और मानसिक शिक्षाएं भी दी जाती हैं। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की देशभक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि चीन बार-बार आरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता रहता है लेकिन अरुणाचलवासी हमेशा उसे नकारते रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि संघ प्रमुख बीते शनिवार की सुबह राजधानी इटानगर पहुंचे थे। उन्होंने निरजुली के लेखी गांव में संघ के नवनिर्मित मुख्यालय सेवा धाम का उद्घाटन किया।
ज्ञात हो कि 9 से 12 दिसम्बर तक राजधानी इटानगर में संघ के पूर्वोत्तर प्रांत के विभिन्न स्तर के प्रचारकों की बैठक आयोजित की गई है।