संबलपुर। हजारों बलिदानियों में अपने प्राणों की आहुति देकर देश को परकीय शासन से मुक्त कराया था। भारत को एक श्रेष्ठ देश बनाने के लिए भारत के समाज को जागृत व समर्पित होकर कार्य करना होगा। अपने रुचि, क्षमता व निस्वार्थ भाव से हमे देश व समाज के लिए कार्य करना होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने यह बात कही। स्थानीय मंदलिया मैदान में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वीर सुरेन्द्र साए जैसे आद्य बलिदानियों से लेकर अंतिम चरण में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वंतंत्रता सेनानियों के कारण ही भारत स्वतंत्र हो सका है। लेकिन बलिदानियों के सपनों के भारत का निर्माण नहीं हो सका है।
इस कार्य के लिए हम केवल सरकार को जिम्मेदारी दे कर बैठ नहीं सकते। देश की जनता मालिक है। देश के समस्याओं के समाधान के लिए व विश्व में भारत को एक श्रेष्ठ देश के रूप में स्थापित करने के लिए समाज को जागृत रहने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज में जागरण का कार्य कर रही है। संघ के कार्यक्रम भारत माता से शुरु होती है और भारत माता पर समाप्त होती है। लेकिन कुछ लोगों को संघ के बारे में भ्रांत धारणाएं हैं। संघ को जानने के लिए संघ में आना पड़ेगा।
संघ को बाहर से रह कर नहीं समझा जा सकता। इससे पूर्व भागवत खिंडा में वीर सुरेन्द्र साए के प्रतिमूर्ति पर माल्यार्पण किया। संघ के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया। दो स्थानों से पथ संचलन निकल कर बड बाजार चौक में एकत्रित होने के बाद मंदोलिया मैदान में पहुंचा।