भोपाल। बदलते दौर के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी बदलाव आने लगा है। वर्तमान दौर सोशल मीडिया का है और संघ के सेवा विभाग ने भी अपने को इसमें जोड़ने के लिए ‘सेवागाथा’ नाम से वेबसाइट बनाई है।
इस वेबसाइट का संघ के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां रविवार को समन्वय भवन में आयोजित समारोह में लोकार्पण किया। जोशी ने कहा कि समाज के अपने बंधुओं की पीड़ा और वेदना को समझने के लिए मन संवेदनशील होना चाहिए। सेवा कोई स्पर्धा का विषय नहीं है। किसने अधिक सेवा की यह विचार करना निम्न स्तर की भावना है।
सेवा आंकड़ों में गिनने की बात नहीं, अपितु अनुभूति का विषय है। सेवा के विषय में हमें यह समझना होगा कि सेवा कभी भी योजना करके नहीं की जाती है। जब हम समाज की वेदना और पीड़ा को समझ लेते हैं, सेवा कार्य प्रारंभ हो जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अपने परिवार के किसी व्यक्ति की दुर्बलता को दूर करने के लिए विज्ञापन नहीं किया जाता है। उसको सक्षम बनाने के प्रयास का प्रचार नहीं किया जाता। समाजरूपी परिवार के दुर्बल वर्गो के लिए भी यही भाव रखना चाहिए।
भैय्याजी ने कहा कि समाज में चार वर्ग हैं, जिनके संबंध में हमें विचार करना चाहिए। एक वर्ग आर्थिक रूप से बहुत दुर्बल है। दूसरा वर्ग किन्हीं कुरीतियों के कारण सम्मान से अछूता है, जिसे हम कथित तौर पर दलित कहते हैं। तीसरा वर्ग घुमंतू समाज है, जो अस्थिर जीवन जी रहा है और नागरिक अधिकारों से वंचित है। चौथा वर्ग वनवासी समाज है। यह वर्ग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित है।
उन्होंने कहा कि इन वर्गो को देखकर हमारे मन में स्वत: ही यह भाव उत्पन्न होना चाहिए कि इस समाज के प्रति हम अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। इन वर्गो को सम्मान दें, उन्हें अपने बराबर में लाकर खड़ा करें और उनको न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाएं।
जोशी ने वेबसाइट का जिक्र करते हुए कहा कि सेवागाथा की कहानियां संस्कार देंगी। कथाओं में तीन तत्वों की प्रधानता होती है। कथाएं ज्ञानवर्धन करती हैं, मनोरंजन करती हैं और संस्कार देती हैं।
सेवा विभाग की वेबसाइट पर सेवाकार्यो की जो कहानियां प्रकाशित होंगी, वे ज्ञानवर्धन और मनोरंजन से अधिक संस्कार देने का काम करेंगी, ताकि समाज के अन्य लोग, जिनके भीतर संवेदनाएं हैं, सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित हो सकें। यही सेवागाथा की सफलता भी होगी।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संघ समाज के भीतर निष्काम भाव से सेवाकार्य कर रहा है। विद्याभारती, सेवाभारती, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ जैसे अनुषांगिक संगठन समाज के विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक कार्य कर रहे हैं। भोपाल में ही मातृछाया और आनंदधाम जैसे अनूठे प्रयास सेवाभारती द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
सेवागाथा वेबसाइट में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए जा रहे सेवाकार्यो की जानकारी और प्रेरक प्रसंग प्रकाशित होंगे। लोकार्पण कार्यक्रम में संघ के मध्यभारत प्रांत के संघचालक सतीश पिंपलीकर और सह प्रांत संघचालक अशोक पाण्डे उपस्थित रहे।
इससे पूर्व वेबसाइट सेवागाथा के संबंध में संपादक विजयलक्ष्मी सिंह ने जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन अमिता जैन ने किया।