मुंबई। इस्तीफा जेब में रखा नहीं जाता है, देना है तो दिया जाता है। इस तरह की प्रतिक्रिया वरिष्ठ आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य ने शिवसेना के मंत्रियों के लगातार इस्तीफा दिए जाने संबंधी बयान पर व्यक्त किया है।
मिली जानकारी के अनुसार मुंबई महानगर पालिका सहित राज्य में हो रही अन्य महानगर पालिका चुनाव व जिला परिषद चुनाव शिवसेना ने स्व बल पर लड़ने का निर्णय लिया है और इसके बाद शिवसेना का हर मंत्री बार-बार इस्तीफा दिए जाने की धमकी दे रहा है।
गुरुवार को भी राज्य सरकार के शिवसेना मंत्रियों ने कहा था कि उनका इस्तीफा उनकी जेब में तैयार हैं और जैसे ही शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे उन्हें आदेश देंगे, इस्तीफा दे दिया जाएगा।
इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मनमोहन वैद्य ने कहा कि नगर निकाय चुनाव हो या अन्य चुनाव आमने-सामने की लड़ाई में एक दूसरे के विरुद्ध कड़े शब्दों का प्रयोग करना ही पड़ता है।
हां, चुनाव प्रचार में लोग अपनी संस्कृति के हिसाब से निम्न स्तर की भाषा का भी प्रयोग करते हैं, यह सब संस्कारों पर निर्भर करता है। वैद्य ने कहा कि शिवसेना को केंद्र में भी सत्ता में हिस्सा मिला है और राज्य में भी सत्ता में भागीदारी मिली हुई है।
शिवसेना के कुछ मंत्री बहुत ही अच्छा काम कर भी रहे हैं। इन स्थितियों में अगर शिवसेना के मंत्री अगर इस्तीफा देते हैं तो शिवसेना में ही असंतोष बढ़ने वाला है।
इन स्थितियों में राज्य में चुनाव करवाना आवश्यक हो जाएगा। वैद्य ने कहा कि मुंबई महानगर पालिका चुनाव के बाद राज्य की राजनीतिक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।