चंडीगढ़। पंजाब के लुधियाना में बीती 17 अक्टूबर को हुई आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के मामले में जांच कर रही पंजाब पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में जहां आम जनता का सहयोग मांगा है वहीं राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरएसएस कार्यकर्ताओं के शिष्टमंडल से मुलाकात के बाद गोसांई हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए दी है।
पंजाब में पिछले दो वर्षों के दौरान हिंदू कार्यकर्ताओं व धर्म गुरुओं की हत्याओं के बाद यह पहला मौका है जब किसी हत्याकांड की जांच एनआईए को सौंपी गई है।
बीती 17 अक्टूबर की सुबह करीब 7.30 बजे पंजाब के लुधियाना में मोटरसाइकिल सवार दो नौजवानों ने आरएसएस कार्यकर्ता रविंदर गोसांई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले की जांच के लिए लुधियाना पुलिस आयुक्त ने एक एसआईटी का गठन किया।
एसआईटी ने जांच के दौरान 18 अक्टूबर को लुधियाना से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव में लावारिस हालत में खड़े उस मोटरसाइकिल को बरामद किया जिसपर सवार होकर हत्यारों ने रविंदर गोसांई पर गोलियां चलाई थीं।
इस मामले की जांच के चलते एसआईटी को पता चला कि यह मोटरसाइकिल पुलिस थाना मिल्लर गंज के अंतर्गत आते गांव लोहारा निवासी रोहित पॉल का था जिसने मोटरसाइकिल चोरी होने की शिकायत पुलिस को दी थी। मोटरसाइकिल चोरी की घटना को गंभीरता से न लेने पर 19 अक्टूबर को पुलिस आयुक्त ने हेड कांस्टेबल दीप चंद व बलराज को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
इसी दौरान पंजाब पुलिस ने गोसांई हत्याकांड में जनसहयोग की अपील करते हुए हत्यारों का सुराग देने वाले को 50 लाख रुपए का इनाम तथा पुलिस में एसआई स्तर की नौकरी प्रदान करने का भी ऐलान कर दिया।
उधर आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या में हो रही जांच से असंतुष्ट भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करके इस हत्या में विदेशी ताकतों का हाथ होने की आशंका जताई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने जहां राज्य सरकार की तरफ से रविंदर गोसांई के परिजनों को पांच लाख रुपए मुआवजा तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करने का ऐलान किया वहीं मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों से विचार विमर्श के बाद गोसांई हत्याकांड की जांच एनआईए को सौंप दी।
राज्य सरकार ने इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। अब एनआईए द्वारा की जाने वाली जांच में पंजाब पुलिस की एसआईटी द्वारा सहयोग किया जाएगा।