नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा है कि गौरक्षा के नाम पर कुछ मुट्ठीभर लोगों के निंदनीय कृत्यों को गौरक्षा के पवित्र कार्य में लगे गौभक्तों से न जोड़ा जाए। सरकार से अपील है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैय्याजी) जोशी ने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा गौरक्षा के नाम पर कुछ स्थानों पर कानून अपने हाथ में लेकर एवं हिंसा फैलाकर समाज का सौहार्द दूषित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इससे गौरक्षा और गौसेवा के पवित्र कार्य के प्रति आशंकाएं उठ सकती हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देशवासियों से आह्वान करता है कि गौर रक्षा के नाम पर कुछ मुठ्ठीभर अवसरवादी लोगों के ऐसे निंदनीय प्रयासों को, गौरक्षा के पवित्र कार्य में लगे देशवासियों से न जोड़ें और उनका असली चेहरा सामने लाएं।
राज्य सरकारों से भी हम आह्वान करते हैं कि ऐसे तत्वों पर उचित कानूनी कार्रवाई करें तथा गौरक्षा एवं गौसेवा के सच्चे कार्य को बाधित न होने दें।
भैय्याजी ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारतीय गौ सदैव से देश की कृषि का आधार रही है। रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों के बेतहाशा प्रयोग से जब सारा विश्व पीड़ित है तब गौ आधारित आर्गेनिक कृषि का महत्व और भी बढ़ जाता है।
इसलिए गौसेवा और गौरक्षा के सम्बन्ध में हिन्दू समाज तथा अन्य समाज बंधुओं की श्रद्धा एक महत्वपूर्ण पक्ष है। गांधीजी, विनोबाजी तथा मालवीयजी सदृश श्रेष्ठ व्यक्तियों ने इस पवित्र कार्य को इसलिए अपने जीवन का प्रमुख कार्य माना था।