चंडीगढ़। आरएसएस के पंजाब सह-संघचालक और रिटायर्ड ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। डॉक्टरों द्वारा तीसरी कई बार प्रयास करने के बाद भी तीसरी गोली नहीं निकाली जा सकी। इसके बाद चिकित्सकों ने उन्हें लुधियाना के दयानन्द मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है।
चिकित्सकों की एक टीम की निगरानी में उन्हें दोपहर एक बजे के लुधियाना भेजा गया हैं। जहां पर चिकित्सकों द्वारा उनके शरीर से तीसरी गोली को निकाला जाएगा। जबकि रविवार को सुबह चिकित्सकों की एक टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। जांच के बाद चिकित्सकों ने बताया कि उनको अभी भी आईसीयू में ही रखा जाएगा। उनका बीपी अभी सामान्य है।
गौरतलब है कि जालंधर में काले रंग की बाइक पर पीछा कर आए दो नकाबपोशों ने सड़क पर उन्हें तीन गोलियां मारीं। शनिवार को गोली लगने के बाद उन्हें जालंधर के पटेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रात दो बजे तक सर्जरी चल रही थी। दो गोलियां निकाल ली गई हैं।एक गोली लीवर के पास फंसी थी, जिससे बड़ी आंत और तिल्ली डैमेज हो गई है। इस वजह से ब्लीडिंग हुई।
आरएसएस के पंजाब सह-संघचालक और रिटायर्ड ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा पर शनिवार को जालंधर में हमले के पीछे खालिस्तानी स्लीपर सेल का हाथ होने की आशंका है। पंजाब सरकार ने एक विशेष जांच दल गठित कर इस पूरे घटना का पर्दाफाश करने का ऐलान किया है। पूरी घटना क्रम पर खुद मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री निगाह रखे हुए है।
पुलिस की जांच में प्रारंभिक तौर पर इस घटना को खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिये जाने के संकेत मिले हैं। पुलिस ने जेल से रिहा हुए सभी संदिग्ध आतंकवादियों को अपनी राडार पर डाल दिया है। ऐसे सभी लोगों पर निगाह रखने के साथ ही उनके मोबाइल कॉल की भी जांच प्रारम्भ की जा चुकी है।
पुलिस की आशंका को घटना के वक्त मौके पर मौजूद लोगों की गवाही भी पुख्ता कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो दोनों हमलावर 20 से 25 साल की उम्र के थे। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर हमले का सुराग ढूंढ रही है।
पंजाब में पिछले महिनों में ऐसे ही तरीके से कुछ घटनाओं को अंजाम दिया गया था। जिसमें पंजाब में बैठे खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों के हाथ होने की संभावना सामने आई थी।
गौरतलब है कि शनिवार को जालंधर में गगनेजा अपनी पत्नी सुदेश के साथ बेटी के लिए फल खरीदने बाजार आए थे। उन्होंने यहां के मखदूमपुरा में कार पार्क की थी। करीब 8 बजे फल लेकर पैदल ही कार की ओर जा रहे थे, उसी वक्त उन पर फायरिंग की गई। फायरिंग के वक्त पत्नी उनके नजदीक नहीं थीं।
रुमाल से चेहरा ढंके आरोपियों ने गगनेजा के पेट में गोलियां मारीं। एक गोली लीवर के पास लगी है। गोली मारने के बाद भाग रहे आरोपियों ने जाम देखकर दो हवाई फायर भी किए। गगनेजा पर अटैक को बड़ी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है। अटैक से पहले पूरी रेकी की गई। आशंका है कि शूटर उनका पीछा करते आए होंगे।