मांट्रियल। ओलंपिक खेलों में रूस की भागीदारी पर संशय बरकरार है। विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी ने रूस के सभी खिलाड़ियों और अधिकारियों को अगले महीने होने वाले रियो ओलंपिक से बाहर करने की मांग की है। हालांकि रूस ने सभी आरोपों को खारिज किया है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य मंगलवार को आपात बैठक करके रियो ओलंपिक में रूस की भागीदारी पर फैसला लेंगे चूंकि जांच के बाद 2014 के सोच्चि शीतकालीन खेलों समेत अन्य टूर्नामेंटों में प्रशासन द्वारा संचालित डोपिंग का खुलासा हुआ है ।
वाडा की कार्यकारी समिति ने कहा कि डोपिंग स्कैंडल में शामिल रूस के तमाम अधिकारियों को बख्रास्त किया जाना चाहिये और रूसी सरकारी अधिकारियों को रियो ओलंपिक समेत अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में प्रवेश नहीं मिलना चाहिए।
कनाडा के विधि प्रोफेसर रिचर्ड मैकलारेन ने वाडा के लिए की गई जांच में पाया कि रूस की खुफिया सेवा ने डोपिंग में मदद की और पिछले पांच साल में यह 30 खेलों तक फैला था।
रूस के खिलाफ वाडा की रिपोर्ट का सावधानी से अध्ययन करेगा आईओसी
अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) रूस के खिलाफ विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की रिपोर्ट का सावधानी से अध्ययन करेगा। आईओसी ने बताया कि उसे वाडा की ‘इंडिपेंडेंट पर्सन रिपोर्ट’ मिली है और इसे काफी सावधानी से देखा जाएगा।
आईओसी ने बताया कि वह रूसी खेल मंत्रालय के संबंध में इस रिपोर्ट में आरोपों के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी को काफी ध्यान से पढ़ेगा। वाडा के वकील रिचर्ड मैक्लारेन के नेतृत्व वाले वाडा स्वतंत्र आयोग सोची में आयोजित हुए शीतकालीन ओलंपिक खेलों-2014 में डोपिंग से संबंधित धोखाधड़ी पर एक रिपोर्ट पेश की।