जयपुर। तीन दिवसीय सार्क सूफी फेस्टिवल 10 से 12 अक्टूबर तक जयपुर में आयोजित किया जाएगा।
इस फेस्टिवल का आयोजन ‘फाउंडेशन ऑफ सार्क राइटर्स एंड लिटरेचर द्वारा ईटीवी एवं डिग्गी पैलेस के सहयोग से किया जा रहा है। यह फेस्टिवल सूफी नृत्य एवं संगीत, कविता, बुक रीडिंग, पुस्तक विमोचन और इंटरेक्टिव सत्रों का उत्कृष्ट मिश्रण होगा।
‘फोसवाल‘ साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन की एक प्रधान संस्था है, जिसका नेतृत्व पद्म श्री अजीत कौर कर रही है।
फेस्टिवल के तीसरे संस्करण में 8 सार्क देशों से 50 से अधिक सूफी विद्वान, 40 कवि एवं बडी सख्यां में कलाकार भाग लेंगे। ये देश हैं – पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका।
गांधी स्मृति और कस्तूरबा गांधी नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट की वाइस चेयरपर्सन तारा गांधी भट्टाचार्य और प्रसिद्ध डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर एवं कलाकार शबनम विरमानी जैसे अनेक विशिष्ट व्यक्तित्व इस सूफी उत्सव में शामिल होंगे।
इनके अलावा इस फेस्टिवल में हर्षदीप कौर, सुहैल भान , मलंग वहीद बख्श (पाकिस्तान) और जिया नाथ जैसे कईं प्रसिद्ध कलाकार भी शामिल हो रहे हैं। फेस्टिवल में एम. सईद आलम के प्रसिद्ध नाटक लाल किला का आखिरी मुशायरा का मंचन भी किया जाएगा, जिसमें सिने अभिनेता टॉम ऑल्टर मुख्य नायक का किरदार निभायेंगें।
अजीत कौर ने आगे कहा कि जातीय संघर्ष के इस दौर में और जब सभी देश आतंकवाद का सामना कर रहे हैं, ऐसे में सूफी और भक्ति थीम पर आयोजित यह फेस्टिवल पारस्परिक सांस्कृतिक सद्भाव और धर्म के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि फोसवाल द्वारा अब तक विभिन्न सार्क देशों में 50 प्रमुख सार्क सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रम, लोककथाओं के फेस्टीवल, बौद्ध धर्म एवं सूफीवाद पर सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है।