जम्मू। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ताजा हिंसा भड़कने की खबर आई है। इस बीच जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए कुपवाडा पहुंच चुके हैं।
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को रवाना कर दिया है।
इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर की सरकार को पूरा सहयोग एवं समर्थन देने का आश्वासन दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हिंसा न भड़के और जान-माल का नुकसान न हो।
प्रदर्शनकारी हंदवाडा जिले में एक स्कूली छात्रा के साथ कथित रूप से किसी सैनिक के छेड़छाड़ के आरोप के बाद से सेना एवं पुलिस के खिलफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
राज्य में उत्पन्न हुई हिंसा में अब तक पांच लोग मारे जा चुके हैं। अलगाववादी नेताओं ने शनिवार को भी बंद का ऐलान किया।
वहीं घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और तनाव कम करने के उद्देश्य से केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने शनिवार को खुफिया ब्यूरो, रक्षा मंत्रालय, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि हंदवाडा में तनाव की स्थिति के मद्देनजर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बल भेजा गया है। बैठक में जम्मू-कश्मीर में बिना किसी व्यक्ति को हानि पहुंचाए पिछले कई दिनों से जारी तनाव को कम करने पर चर्चा की जाएगी।
हिंसा को देखते हुए गृह मंत्रालय के अधिकारी जम्मू-कश्मीर सरकार के वरिष्ठ अधरिकारियों के साथ नियमित रूप से संपंर्क में हैं और लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
कश्मीर घाटी में रेल सेवा चौथे दिन भी स्थगित
कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों की वजह से रैल सेवा शनिवार को चौथे दिन भी बाधित रही। आज सारी रैल सेवाएं जैसे श्रीनगर-बडगाम-बारामूला के बीच चलने वाली रैल सेवा ढप रही। वहीं दूसरी तरफ श्रीनगर-इस्लामाबाद-काजीकुंड के बीच चलनें वाली रेल सेवा भी बाधित रही।
रेल सेवा पिछले चार दिनों से कश्मीर में पुलिस कार्यवाही में मारे गए स्थानीय लोगों के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों तथा कश्मीर बंद को देखते हुए रदद की गई हैं। वहीं सुरक्षा कारणों को रैल सेवा रदद होने का मुख्य कारण बताया जा रहा है।