जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांंग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा है कि शौच मुक्त अभियान ओडीएफ योजना राजस्थान के ग्रामीण लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर प्रताडि़त करने का एक माध्यम बनकर रह गया है।
पायलट ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि स्वच्छता की मूल भावना को समाप्त हो गयी है और ग्रामीण लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।
ग्रामीणों को शौचालय बनाने के लिए बारह हजार रूपए दिए जाने का प्रावधान है लेकिन यह राशि तभी मिलती है जब सम्बधित अधिकारी इस आशय का प्रमाण पत्र देगा।
उन्होंने कहा कि शौचालय पर औसतन खर्च बीस हजार रूपए आ रहा है, सरकार बारह हजार रूपये दे रही है। शेष राशि का इंतजाम करना मुश्किल है या फिर ग्रामीण उंची ब्याज दर पर उधार लेकर शौचालय का निर्माण करवाए। शौचालय का निर्माण होने के बाद भ्रष्टाचार से अलग से जूझना है।
पायलट ने राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार से मांग की है कि ग्रामीणों की प्रताडना बंद की जायेेेे और सार्वजनिक राशन वितरण व पेंशन को नहीं रोका जाए तथा शौचालय निर्माण को जनसहयोग द्वारा पारदर्शिता से लागू करे।
इस मौके पर पायलट ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि मैं अशोक गहलोतजी की हर बात, सुझाव का आदर करता हूं।
उन्होंने यह जवाब उस समय दिया जब उनका ध्यान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान की ओर दिलाया गया जिसमें कहा था कि कांग्रेस, धौलपुर उप चुनाव अधिक आत्मविश्वास के कारण हारी।