कोटा। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ भरतीय जनता पार्टी में भारी अन्तरकलह चल रही है। जिसके चलते अब मुख्यमंत्री का अपने ही मंत्रियों व विधायकों पर से भरोसा उठ गया है।
दो दिवसीय हाड़ोती के दौरे पर कोटा पहुंचे सचिन पायलट ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्य सभा चुनाव के समय सत्ताधारी दल को अपने ही मंत्रियों व विधायकों को तीन दिन तक एक होटल में कैदी की तरह रखना पड़ा और इसके बावजूद भी वो अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सके।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल व उसके समर्थित अन्य दलों के विधायक निर्दलीय प्रत्याशी कमल मुरारका के पक्ष में पूरी तरह से एक जुट रहे तथा उनमें कोई बिखराव नहीं हुआ जबकि इतनी तगड़ी किले बंदी व बाड़े बंदी के बावजूद भाजपा के ही विधायकों में फूट सामने आ ही गई।
मतदान के दौरान खुद मुख्यमंत्री चुनाव एजेंट के रूप में पूरे समय मौजूद रहीं फिर भी दो विधायक उनको गच्चा दे ही गए। उन्होंने कहा कि यह साबित हो गया है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को अपने ही लोगों पर संदेह होने लगा है।
एक से 11 जून तक केन्द्र के आधा दर्जन मंत्री राजस्थान के दौरे पर रहे तथा विधायकों को मनाते रहे। पायलट ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार का आधा कार्यकाल पूरा हो चुका है इस अवधि में भाजपा सरकार पूरी तरह से असफल व नाकारा साबित हुई है।
विकास कार्य ठप हो चुके हैं, किसान मजबूर होकर आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश के दस लाख किसान अभी भी अपनी फसल का मुआवजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
पीएम सीएम में मतभेद
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री के मध्य भारी मतभेद है। दोनों में तालमेल नहीं होने का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है। दोनों जगह एक ही दल की सरकार होने के बावजूद केन्द्र सरकार की कोई मदद नहीं कर रही है।
कांग्रेस सत्ता में आएगी
सचिन पायलट ने पूरे आत्म विश्वास के साथ कहा कि आगामी केन्द्र व रा’यों के चुनावों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ शानदार ढंग से सत्ता में वापसी करेगी। उन्होनें हरियाणा में रा’यसभा के चुनाव दोबारा से करवाने की मांग करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने षडयंत्र पूर्वक कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को हराने के लिए खुले आम कार्य किया।
कोटा में जिलाध्यक्ष है
कोटा शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद के बारे में उन्होनें कहा कि कोटा में यह पद रिक्त नहीं है। इस अवसर पर पूर्व सांसद इज्यराज सिंह, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा, पूर्व मंत्री भरत सिंह, पंकज मेहता, सरोज मीणा, गोविन्द शर्मा, रविन्द्र त्यागी, डॉ. जफर मोहम्मद आदि भी उपस्थित थे।