रियो डी जेनेरियो। भारत के लिए ओलंपिक में पदक की एक और आशा समाप्त हो गई, जब महिला एकल के ग्रुप जी में भारतीय स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल यूक्रेन की मारिजा यूलिटिना से हारकर बाहर हो गईं।
इस बेहद रोमांचक मैच में विश्व की 61वीं वरीयता प्राप्त मारिजा ने विश्व की 5वीं वरीयता प्राप्त साइना नेहवाल को 21-18, 21-19 से हरा दिया। इसी के साथ साइना का ओलंपिक में सफर भी समाप्त हो गया।
मैच के शुरुआत से ही दोनों खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया लेकिन कामयाबी यूक्रेन की मारिजा यूलिटिना को मिली। पहले सेट की शुरुआत में साइना एक समय पर 6-1 से आगे थीं लेकिन सेट के अंत तक मारिजा ने खेल को पूरी तरह से पलट दिया।
मारिजा ने पहले सेट में साइना को 21-18 से हराया। दूसरे सेट की शुरुआत से ही दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की लेकिन एक बार फिर बाजी मारिजा ने ही मारी और साइना को 21-19 से हरा दिया।
गौरतलब है कि साइना ने अपने पहले मुकाबले में गुरुवार को मेजबान ब्राजील की लोहान्नी विसेंट को 21-17, 21-17 से हराया था। इस मैच में जीत हासिल करने के लिए साइना को विश्व की 73वीं वरीयता प्राप्त विसेंट के खिलाफ 39 मिनट तक कठिन संघर्ष करना पड़ा था।
हालांकि साइना की शुरुआत तो काफी अच्छी रही थी और एक समय उन्होंने 6-3 की बढ़त भी ले ली थी, लेकिन इसके बाद दोनों के बीच एक-एक अंक के लिए कठिन मुकाबला देखने को मिला और 17-17 तक मुकाबला बराबरी पर रहा था।
साइना ने इसके बाद लगातार चार अंक हासिल करते हुए गेम अपने नाम किया था। साइना को पहला गेम जीतने के लिए 20 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा था। वहीं दूसरे सेट में भी साइना को काफी मेहनत करनी पड़ी थी।
ओलंपिक-शूटिंग में भारत की उम्मीदें पूरी तरह से खत्म
ओलंपिक 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के मुकाबले में भारत की ओर से गगन नारंग और चैन सिंह बाहर हो गए। गन नारंग और चैन सिंह दोनों ही फाइनल में जगह बनाने से चूके। गगन नारंग और चैन सिंह की हार के साथ ही भारतीय शूटरों का ओलंपिक अभियान खत्म हो गया है।
2004 में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का रजत, 2008 में अभिनव बिंद्रा का गोल्ड और 2012 में विनय कुमार का रजत और गगन नारंग के कांस्य के बाद इस बार भारत ओलंपिक में कोई पदक नहीं जीत पाया।