मकराना (नागौर)। अब भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले के जन्म दिवस (3 जनवरी) को महिला शिक्षिका दिवस के रूप में मनाने की मांग उठने लगी है।
ऑल इण्डिया सैनी सेवा समाज (रजि.) पश्चिमी राजस्थान ने इस मांग को लेकर अभियान की शुरुआत की है। संस्था की महिला प्रदेशाध्यक्ष गीता सोलंकी के नेतृत्व में शिक्षक दिवस के मौके पर 5 सितम्बर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम मकराना एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
ऑल इण्डिया सैनी (माली) सेवा समाज की प्रदेशाध्यक्ष गीता सोलंकी ने बताया कि सावित्री बाई फूले ने पहली भारतीय महिला अध्यापिका बनने का गौरव हासिल किया है। उनका स्त्री हक, नारी शिक्षा एवं मानवतावाद के लिए विषम एवं विपरित परिस्थितियों में दिया गया।
यह योगदान आगे वाली पीढ़ी याद रखे व हर महिला उनके इस योगदान को अपने जेहन में संभाले, इसके लिए सावित्री बाई फूले का जन्मदिवस (3 जनवरी) को महिला शिक्षिका दिवस के रूप में संपूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाना चाहिए।
मकराना माली समाज अध्यक्ष भंवर लाल गहलोत, महामंत्री महेन्द्र भाटी, भंवर लाल सोलंकी, गोपाल सतरावला, कैलाश तुन्दवाल, हेमराज बाग्डी, प्रकाश भाटी, दिलीप कुमार सोलंकी, मेना देवी, कान्ता देवी, मन्जु इन्दोरा, ममता सोलंकी, सन्तोश सिगोदिया, मैना भाटी, अनिता तुन्दवाल, बबली भाटी, कमला सैनी, रतनी देवी, कमला देवी, सीमा देवी, माया देवी, बिन्दु सांखला, रजंनी इन्दोरा, कमला देवी भाटी आदि महिलाएं पुरूष उपस्तिथ थे।