वाराणसी। लोकसभा चुनाव में नमो-नमो का जाप कर पूर्वांचल में सातवें आसमान पर पहुंची भाजपा जिला पंचायत चुनाव में औंधे मुंह गिर गई है।
दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद जमीन भाजपा ने पर कोई काम नहीं किया और कैडर के कार्यकर्ताओं को भी संतुष्ट नही कर सके। इसका दुष्परिणाम जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में देखने को मिला है। पूर्वांचल में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया है। इतना ही ही नहीं कोई भी दल सपा के सामने नहीं टिक सका है। भाजपा नेताओं का पीएम मोदी के करिश्मे पर निर्भर रहना भी भारी पड़ा।
उधर, बेहतर प्रबन्धन और मीडिया में सुर्खिया बटोरने की भाजपाई आदत को दरकिनार कर सपा के कद्दावर स्थानीय नेताओं के अगुवाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी सहित पूर्वांचल के 14 जिलो में गुरूवार को हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी की साइकिल आंधी की तरह चली।
तेरह जिलो में सपा ने विजयश्री का वरण कर भाजपा का सूपड़ा साफ कर कस बल भी निकाल दिया। बताया कि चुनाव सिर्फ बड़बोले पन से नही जीता जाता वरन कुशल प्रबन्धन और जमीनी कार्य से होता है। उधर, बसपा लोकसभा चुनाव में सुपड़ा साफ होने के बाद इस चुनाव में मिर्जापुर में जीत दर्ज कर इज्जत बचाने में सफल रही।
मतदान और मतगणना के बाद सपा ने बेहतर प्रबन्धन और सत्ता के दुरूपयोग का लांछन लगने का आरोप झेल लोकसभा चुनाव में दामन पर लगे धुल को झार भाजपा को बता दिया कि उत्तर प्रदेश होने वाले विधानसभा में उसको हल्के में लेने का क्या मतलब है।
चुनाव में सपा के अश्वमेध रथ पर सवार किला फतह करने वाले योद्धा
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सपा के अश्वमेध रथ पर सवार जीत का वरण करने वाले योद्धाओ में सर्वाधिक चैकाने वाली चंदौली से 19 मत पाकर सरिता सिंह विजयी रहीं। यहां भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ 16 मत मिले।
इसी प्रकार सोनभद्र से सपा प्रत्याशी अनिल यादव, जौनपुर से सपा प्रत्याशी राजबहादुर यादव को जीत हासिल हुई। वाराणसी से जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रतिष्ठापरक सीट पर इंजीनियर अपराजिता सोनकर तीस वोट पाकर विजयी रहीं जबकि भाजपा व अपना दल के संयुक्त प्रत्याशी अमित सोनकर को महज 17 वोट ही मिले।
सिर्फ मीरजापुर से बसपा समर्थित प्रमिला सिंह ने बाजी मारी। उन्हें 33 वोट मिले जबकि प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार पाईरो देवी को 10 मत ही मिले हैं। इसके पूर्व बलिया से सुधीर पासवान, गाजीपुर से विरेंद्र यादव, मऊ से अंशा यादव, आजमगढ से मीरा यादव, ज्ञानपुर यानी भदोही से काजल यादव पहले ही निर्विरोध जीत गए थे।
पूर्वांचल में पार्टी का शानदार प्रर्दशन
जिला पंचायत चुनाव में सपा के पूर्वांचल में एकतरफा जीत को कार्यकर्ता युवा मुख्यमंत्री के विकास कार्यो का परिणाम मानते है। प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री और पार्टी के दमदार नेता मनोज राय धूपचण्डी ने इस पर मुहर लगाते हुए कहा कि युवा मुख्यमंत्री जनहितकारी विकास कार्यो से प्रदेश को निरन्तर उचाई पर ले जा रहे है। जनता ने इस पर मुहर लगाई है। हमारी पार्टी वगैर दिखावे के जमीन पर काम में विश्वास करती है। विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जो वादे किए थे उसे समय से पूर्व कर दिखाया।
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने कहा कि यह चुनाव हम नैतिकता में हार गए। यह चुनाव पूरी तरह पूरे प्रदेश में सत्ता के दुरूपयोग पुलिस बल प्रयोग और पैसे के दम पर हुआ। पूरा चुनाव पैसा फेंको तमाशा देखो को तर्ज पर हुआ। इस चुनाव से विधानसभा चुनाव को न देखें।