आगरा। समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन गुरुवार को आगरा में हुआ। इसमें अखिलेश यादव को पार्टी का निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। निर्वाचन अधिकारी एवं सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने अखिलेश के निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की।अखिलेश ने मुलायम सिंह यादव को अधिवेशन में आने का न्योता दिया था, लेकिन मुलायम नहीं पहुंचे। पहले खबरें आ रही थी कि मुलायम सिंह यादव भी अधिवेशन में पहुंच सकते हैं। अखिलेश को अगले पांच साल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। अधिवेशन में देश भर से करीब 15 हजार पार्टी प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
सपा अध्यक्ष पद पर अखिलेश के नाम पर दोबारा मुहर 10 महीने बाद लगी है। अखिलेश पहली बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक जनवरी 2017 को बने थे। तब सपा महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा बुलाए गए राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम सिंह को सपा के संरक्षक की भूमिका दी गई थी।
वहीं, झगड़े की जड़ माने जा रहे राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया था, जबकि शिवपाल यादव को सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। इससे पहले 4 नवंबर 1992 को जब समाजवादी पार्टी की स्थापना हुई थी, उस वक्त से ही मुलायम सिंह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।
अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए अखिलेश यादव और डिंपल यादव बुधवार को आगरा पहुंचे थे, जबकि रामगोपाल 3 अक्टूबर को ही पहुंच गए थे। 28 सितंबर को मुलायम सिंह से मिलकर अखिलेश ने उन्हें आगरा के राष्ट्रीय अधिवेशन में आने का न्योता दिया था, लेकिन अधिवेशन में मुलायम नहीं पहुंचे।
आगरा के तारघर मैदान में चल रहा राष्ट्रीय अधिवेशन, अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन के साथ शुरू हुआ। सबसे पहले पार्टी का झंडा फहराया गया। इसके बाद पार्टी के शीर्ष नेता किरनमय नंदा सहित लगभग 25 प्रस्तावकों के समक्ष अखिलेश यादव ने नामांकन भरा। अधिवेशन में उनके अलावा, एक भी नामांकन नहीं आया। इस पर सभी प्रस्तावकों ने उसका अनुमोदन किया।
डॉ. रामगोपाल ने यह भी घोषणा की है कि वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव और वर्ष 2022 का उप्र विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
घोषणा के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर से भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा को धोखे और झूठ की राजनीति करने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि अब सपा भाजपा के सभी झूठों का पर्दाफाश करेगी। पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ जया बच्चन और पूर्व सांसद डिंपल यादव भी मंच पर उपस्थित थीं।
इधर, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भविष्य में पार्टी की रणनीति को लेकर खाका खींचा जाएगा। मुलायम सिंह के शामिल होने के सवाल पर नरेश उत्तम ने गोलमाल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह देश के सबसे बड़े समाजवादी नेता हैं। उनका आशीर्वाद पार्टी के साथ हमेशा है।
इस बीच, शिवपाल यादव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि उनके पास अखिलेश का फोन आया था। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य नहीं हैं, लिहाजा वे अधिवेशन में शामिल नहीं होंगे।