पटना सिटी। पुराना शहर पटना सिटी में पहली बार सुनने व जानने को मिला की दो लड़कों में एक ने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया। इसके बाद दोनों ने पहले मंदिर में और फिर वैवाहिक शपथपत्र के द्वारा इसे पुष्ट करने का काम किया।
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हालांकि दोनों का परिवार मध्यम आय वर्ग से आता है। लड़का नारायण कुमार उर्फ रिकूं आलमगंज थाना के मिरचौया टोला का है जबकि युवक से लिंग परिवर्तन करा चुकी युवती बनी अंजलि मेहंदीगंज थाना के नया टोला की रहने वाली है।
रिंकू के पिता की मौत हो चुकी है। छह भाई में वह पांचवां नंबर पर है। रिंकू बताता है कि किन्नरों की टीम में गुज्जु उर्फ सतीश उर्फ अंजली रहती है। वह उससे बहुत प्यार करती है। वह किन्नरों के साथ ट्रेन में रुपया वसूलने, गाने व नाचने का काम करती है। आर्केस्ट्रा व लौंडा नाच में भी वह जाती है।
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गांजा व बीयर पिला हामी भरवाया
करीब 10-15 दिनों पूर्व नया टोला का सुजीत, रवि, चापा व विकास रिंकू के पास आया और उसे पहले गांजा फिर बीयर पिलाया। फिर शादी के बारे में बात किया। कहा कि घर वाले नहीं रखेंगे तो हमलोग साथ रखेंगे।
आईडीएच के जल्ला में फिर गांजा और शराब पिलाया। शादी के प्रस्ताव पर हामी भरा कर सोमवार को शादी के बाबत चलने को कहा।
सोमवार को पहले पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में वकील से मिल तीन हजार में शादी का कागज बनाने की बात हुई। उसे एक हजार दे हम सब लौट आए। फिर दूसरे वकील से कम रुपए में काम हो गया।
अधिवक्ता जयकिशोर नोटरी पब्लिक के लाइसेंस 6920/12 के यहां वैवाहिक शपथपत्र 50-50 रुपया के टिकट पर मजमून टाइप हुआ। नंबर 6284,इसके बाद हमलोग अगमकुआं के शीतला माता मंदिर जाकर पूजा कर अंजली की मांग में सिंदूर भरा। हमलोग खा-पीकर आराम किए।
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शादी के बाद बात नहीं
नारायण उर्फ रिंकू को खोजते उसके घर पहुंचने पर उसके भाई व भाभी ने रिंकू की शादी के बारे में जानकारी से इनकार किया। रिंकू ने कहा कि वह शादी कर चुका है। मगर अंजली न तो मिल रही है और न ही कोई बात हो रही है। शादी के बाद वह उसे छेड़ भी नहीं पाया है। रिंकू अंजली के लिंग परिवर्तन से भी अंजान है।
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अंजली के घर हंगामा
जब खोजते हुए अंजली के घर पहुंचे तो उसके मां व पिता से बात हुई। अंजली को फोन कर बुलाने पर वह चार-पांच किन्नरों को साथ में लेकर आई। मुहल्ले के महिला-पुरुष की भीड़ अंजली के घर लग गई। भीड़ दोनों युवक की शादी की खबर सुन दोनों को देखने को बेताब थी। किन्नरों ने बात कर घर से बाहर निकल दोनों से बात किया।
लिंग परिवर्तन पर चुप्पी
अंजली नाक में बेसर, दोनों कान में बाली पहने थी। पहनावा भी लड़कियों वाला था यानी समीज और सलवार के साथ दुपट्टा। बोलचाल व हावभाव सब लड़कियों वाला। लोग उसे घेर रखे थे। जब उससे शादी किए जाने के बारे में पूछा तो हामी भरी। शपथपत्र में तीन वर्ष पूर्व लिंग परिवर्तन कराने के बाबत पूछे जाने पर वह कैसे कराई। डॉक्टर का नाम या फिर किससे मिल कहां लिंग परिवर्तन कराई, नहीं बता पाई।
दोनों साथ रहने को बेताब
रिंकू और अंजली दोनों साथ रहने को बेताब हैं। दोनों का कहना है कि वह साथ रहना चाहेगा तो रहेंगे वर्ना रास्ता अलग। रिंकू हर हाल में अंजली को नहीं छोड़ना चाहता है। हालांकि मुहल्ले के लोगों के दबाव पर शपथपत्र को जला दिया गया, मगर इसकी कॉपी अब भी नोटरी पब्लिक और पत्रकार के पास सुरक्षित है। फिलहाल दोनों छिप कर मिल रहे हैं।