अजमेर। अजमेर नगर निगम उपमहापौर चुनाव के तहत भाजपा के संपत सांखला को निर्वाचित किया गया। रिटर्निंग अधिकारी हरफूल सिंह यादव ने बताया किचुनाव में भाजपा के संपत सांखला को 35 एवं सुनील केन को 24 मत मिले। एक मत अविधिमान्य घोषित किया गया।
सांखला को उपमहापौर पद पर निर्वाचित घोषित किया गया। इससे पूर्व उपमहापौर पद के लिए एक बार फिर भाजपा में अन्तरर्कलह सामने आई। पांच बार के पार्षद भागीरथ जोशी ने उपमहापौर के लिए नामांकन भरने का प्रयास किया किन्तु उन्हें अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने रोक दिया।
इससे खफा जोशी ने अपना आपा खो दिया और वे बुरी तरह बिफर गए। उन्होंने देवनानी सहित संगठन के आला पदाधिकारियों को जमकर खरी-खरी सुनाई। यहां तक कहा कि उन्हें पार्टी में कार्यकर्ता नहीं गुलाम चाहिए।
इधर, मेयर के चुनाव में कांग्रेस के समर्थन पर बगावत पर उतरे भाजपा के जिला संगठन महामंत्री रहे अब निष्काषित किए गए पूर्व सभापति सुरेन्द्रसिंह शेखावत को शनिवार पूरी तरह अलग-थलग देखा गया। शेखावत जब नगर निगम पहुंचे तो वे अपने चिरपरिचित अंदाज में सबसे हाथ जोड़ कर रामा-श्यामा करते हुए आगे बढ़ रहे थे किन्तु किसी ने उनको तवज्जो नहीं दी।
यहां तक कि मौके पर उपस्थित शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने अपना मुंह मोड़ लिया वहीं महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने भी उनसे किनारा कर लिया। आखिर शेखावत की राम-राम का जवाब संगठन अध्यक्ष अरिवंद यादव ने उनसे सिर झुकाकर लम्बे हाथ जोड़ते हुए की।
एक दिन पूर्व तक सभी शेखावत के आगे-पीछे घूम रहे थे।
किन्तु तब शेखावत भाजपा के आला पदाधिकारियों के रवैये से खफा होकर अपने पार्टी के प्रति निष्ठा कायम नहीं रख पाए और उन्होंने बगावत का झण्डा उठा लिया था। यह बात ओर रही कि मेयर के लिए पड़े मतों में शेखावत को बराबर के ही मत मिले किन्तु लॉटरी निकाले जाने पर भाग्य उनके साथ नहीं रहा और उनकी जगह पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ही भाजपा के बेनर तले मेयर निर्वाचित किए गए।
बताया जाता है कि शनिवार को संपत सांख्ला को उप महापौर बनाए जाने के पीछे भी पार्टी की यही मंशा और संदेश देने की इच्छा रही कि पार्टी किसी भी परिस्थिति में एकजुट है। मेयर पद पर धर्मेन्द्र गहलोत को अजमेर उत्तर के विधायक एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी की इच्छा से चुने जाने के बाद उप महापौर पद पर अजमेर दक्षिण की विधायक एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल के चहते संपत सांखला को चुना गया।
इससे पार्टी में उत्तर और दक्षिण के बीच की खाई को पाटने का प्रयास किया गया। जबकि संपत को चुने जाने के भागीरथ जोशी ने नाराजगी दर्शा कर पार्टी की अन्दरूनी कलह सडक़ पर ला दी। जोशी का मानना थाकि जब मेयर पद सामान्य वर्ग के बजाय ओबीसी वर्ग के व्यक्ति को सौंपा गया तो कम से कम उप महापौर पद पर तो सामान्य वर्ग को नवाजा जाना चाहिए था।
इससे पार्टी की रीति-नीति सवालों के घेरे में आ गई साथ ही अजमेर का सामान्य वर्ग आहत हुआ। यूं भी अजमेर की दो विधान सभा सीटों पर जबकि एक आरक्षित वर्ग से है तो दूसरे पर अघोषित रूप से सिंधी समुदाय ने आरक्षित कर रखा है। ऐसे में विगत कई वर्षों से सामान्य वर्ग को उपेक्षित ही रखा जा रहा है। इसका खामियाजा आगामी सालों में पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
किशनगढ़ नगर परिषद में राजकुमार बाहेती उपसभापति
स्थानीय निकाय चुनाव के तहत नगर परिषद किशनगढ़ में भाजपा के राजकुमार बाहेती को उपसभापति निर्वाचित घोषित किया गया। रिटर्निंग अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार किशनगढ़ नगर परिषद के उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा के राजकुमार बाहेती को निर्वाचित घोषित किया गया है।
केकड़ी, सरवाड़ व बिजयनगर नगरपालिकाओं में उपाध्यक्षों का निर्वाचन
निकाय चुनावके तहत केकड़ी, सरवाड़ एवं बिजयनगर पालिकाओं में उपाध्यक्षों का निर्वाचन सम्पन्न हुआ। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार केकड़ी में भाजपा की मनोज कुमारी चौधरी, सरवाड़ में भाजपा के अजय पारीक एवं बिजयनगर में कांग्रेस के सहदेव सिंह उपाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए गए हैं।