नई दिल्ली। मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों की सस्ते स्मार्टफोन पेश करने की मची होड़ के बीच अपने लुक, स्टाइल और फीचर तथा उसके प्रति युवाओं के क्रेज की बदौलत भारतीय बाजार में इलेक्ट्रानिक उपकरण बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग की बादशाहत बरकरार है।…
शोध सलाह देने वाली कंपनी जीएफ की रिपोर्ट के अनुसार युवाओं में सैमसंग स्मार्टफोन के प्रति जबरदस्त दिवानगी देखी जा रही है जिसकी बदौलत वर्ष 2014 की तीसरी तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जे के साथ सैमसंग पहले स्थान पर बना हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार हालांकि युवाओं को आकर्षित करने और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए मोबाइल फोन बनाने वाली घरेलू कंपनियों माइक्रोमैक्स, कार्बन, स्पाइस, इंटेक्स, लावा के साथ ही कई विदेशी कंपनियों शियोमी, जियोनी, आेप्पो, नोकिया और मोटोरोला के बीच जबरदस्त होड़ मची है।
सैमसंग के बाद माइक्रोमैक्स के कैनवास सीरीज के स्मार्टफोन के प्रति भी युवाओं में जबरदस्त क्रेज है। इस दौरान 18 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ वह दूसरे स्थान पर है। इसके बाद 12 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ नोकिया तीसरे स्थान पर है।
हालांकि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी माइक्रोसाफ्ट द्वारा नोकिया के अधिग्रहण के बाद भारतीय बाजार पर उसकी पकड़ थोड़ी कमजोर हुई है लेकिन अपने लूमिया और आशा सीरीज की बदौलत वह तीसरे पायदान पर टिकने में कामयाब रही है। भारत में स्मार्टफोन के अलावा फीचर फोन बाजार में भी सैमसंग पहले स्थान पर रहा। उसने पूरे मोबाइल फोन बाजार की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा जमा कर अपना वर्चस्व कायम रखा है।
वहीं 2१ प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ नोकिया स्मार्ट और फीचर फोन बाजार में दूसरे स्थान पर है। इस मामले में घरेलू मोबाइल फोन कंपनी माइक्रोमैक्स भी पीछे नहीं है। उसकी बाजार हिस्सेदारी 13.5 प्रतिशत है और वह सैमसंग और नोकिया के बाद तीसरे स्थान पर है।