जयपुर। राजधानी जयपुर में मंदिर तोड़ने के विरोध में संघ परिवार और मंदिर बचाओं संघर्ष समिति की ओर से दो घंटे के लिए चक्काजाम किया गया। जाम को समाज के सभी वर्गों का भारी समर्थन मिला।
राजधानी में 12 दर्जन से अधिक स्थानों पर चक्काजाम हुआ। जाम पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। चक्काजाम में संघ परिवार के अलावा भाजपा के कई विधायक, पार्षद और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए थे। धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
शहर के परकोटे को सुबह नौ बजे से ही पूरी तरह बंद कर दिया गया। आंदोलन को आम जनता का जबरदस्त समर्थन मिला। धार्मिक व सामाजिक और जातिय संगठनों के अलावा शहर के सभी व्यापार मंडलों ने चक्काजाम का समर्थन दिया और गुरुवार सुबह दो घंटे के लिए बाजार बंद रखे।
जाम का शहर में माकूल असर पड़ा। दो घंटे के लिए पूरी तरह से शहर थमने की आशंका के चलते ज़्यादातर लोग चक्काजाम शुरू होने से पहले ही घरों से अपने-अपने गंतव्य की और निकल गए थे। ऐसे में सडकों पर सामान्य दिनों की अपेक्षा सुबह नौ बजे से पहले ज़्यादा यातायात का दबाव रहा।
सरकारी दफ्तरों में साढ़े 9 बजे का समय होने की वजह से अधिकारी-कर्मचारी वर्ग नौ बजे से पहले ही दफ्तरों पर पहुंच गया। वहीं, प्राइवेट नौकरी करने वालों के दफ्तर का नियमित समय भी सामान्य तौर पर सुबह दस बजे से हैं, लेकिन चक्का जाम की सूचना के बाद कर्मचारी भी सुबह नौ बजे से पहले अपने कार्यलयों में पहुंच गए।
कार्यकर्ताओं ने जगह जगह बेरिकेट्स लगाकर चक्काजाम किया और सड़कों पर बैठकर कीर्तन किया। कलेक्ट्रेट सर्किल पर रामधुनी की जा रही है। सोढ़ाला सर्किल पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर जाम लगाया। दूसरी ओर रामबाग सर्किल और अंबेडकर सर्किल पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के घोर विरोधी माने जाने वाले भाजपा के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी सांगासेतु पर चक्काजाम में बैठे। इस दौरान तिवाड़ी ने मौन रखा और बारिश आने के बाद भी धरने पर डटे रहे। भाजपा विधायक प्रतापसिंह राजवी ने विद्याधर नगर इलाके में अपने समर्थकों के साथ चक्काजाम किया। जबकि भाजपा विधायक सुरेन्द्र पारीक भी अपने समर्थकों के साथ चक्काजाम में डटे रहे। वहीं भाजपा विधायक मोहनलाल गुप्ता ने चक्का जाम से ठीक एक दिन पहले ही ऑपरेशन के लिए अस्पताल में दाखिल हो गए।
संघर्ष समिति की प्रमुख मांगे
मंदिर तोड़ने के लिए जिम्मेदार दोषियों को तत्काल दंडित किया जाए, रोगारेश्वर मंदिर समेत सभी प्राचीन मंदिरों को उन्हीं स्थानों पर विधि- विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठित किया जाए, मंदिरों को तोड़ने की कार्रवाई तत्काल बंद की जाए और मंदिरों के अलावा अन्य धार्मिक स्थल जो मार्गों में आर रहे हैं उन्हें तत्काल हटाया जाए, मंदिरों को हटाने का आदेश देने वाले अधिकारियों और मूर्तियां खंडित करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज किए जाए, छोटी व बड़ी चौपड़ समेत मेट्रो स्टेशन के पास सौन्दर्यीकरण और पार्किंग के नाम पर एक भी मंदिर नहीं हटाया जाए, मंदिरों को केन्द्र में रखते हुए विकास किया जाए, धार्मिक स्थल हटाना ही अंतिम विकल्प हो तो सामाजिक प्रतिनिधियों से सहमति ली जाए। इसके अलावा प्रशासन से जानकारी मांगी गई है कि कितने मंदिर हटाए गए हैं, इन्हें कहां पुनः स्थापित किया गया है। मंदिरों को भूमि आंवटन व अन्य सुविधाओं की क्या प्रक्रिया अपनाई गई।
राजधानी में छह दर्जन से अधिक स्थानों पर रहा चक्का जाम
चक्का जाम को सफल बनाने के लिए पूरे शहर को चार भागों में बांटा गया है। इनमें शहर के ऐसे छह दर्जन से अधिक प्रमुख चौराहों का चयन किया गया है, जहां यातायात का सबसे ज्यादा दबाव रहता है। चौराहों पर मंदिर बचाओं संघर्ष समिति के हजारों कार्यकर्ता सुबह नौ बजे से ही मोर्चा संभाल लेंगे।
बड़ी चौपड़, रामगंज चौपड़, सुरजपोल गेट, गलता गेट, सांगानेरी गेट, न्यू गेट, अजमेरी गेट, पांचबत्ती, स्टैच्यू सर्किल, गवर्नमेंट हॉस्टल, चौमू हाउस, मान बाग, आमेर गांधी चौक, जोधाशाह की पीपली, नहर गणेश जी, गणगौरी बाजार, पौडरीक तिराहा, आदर्श विद्या मंदिर, बगरू वालों का रास्ता, गुरूद्वारा मोड़ ट्रांसपोर्ट नगर, बर्फ़ खाना, मोती डूंगरी गणेश जी का चौराहा, त्रिमूर्ति सर्किल, पंचवटी सर्किल, रामगढ़ मोड़ और जोरावरसिंह गेट।
बालाजी का मोड़ माडटाउन मालवीय नगर, ओटीएस चौराहा, जेडीए सर्किल, दुर्गापुरा बस स्टेंड, लक्ष्मी मंदिर, रिद्धी- सिद्धी चौराहा और रामबाग सर्किल।
बामण की थड़ी, शिप्रा पथ पेट्रोल पम्प, गंगा- जमुना, गुर्जर की थड़ी, सोड़ाला, अजमेर पुलिया सिविल लाइन्स, पंडित चौराहा, खातीपुरा तिराहा, आम्रपाली, पुरानी चुंगी, हीरापुरा चौराहा, सिरसी पुलिया, बजरी मंडी मोड़ और करणी पैलेस।
निवारू पुलिया, कालवाड़ पुलिया, पंडित की थड़ी, कांटा चौराहा, झोटवाड़ा, लक्ष्मी नगर, फैक्टरी थाने के पास, खातीपुरा पुलिया, दादी की फाटक, रोड़ नंबर एक, खेतान हॉस्पिटल, रोड़ नंबर चौदह, अम्बावाड़ी नाला, सौलह नंबर बस स्टेंड, कांवटिया सर्किल, विक्रम सर्किल, कलेक्ट्री चौराहा, रेलवे स्टेशन, पानीपेच, अल्का सिनेमा और चौमू पुलिया।