नई दिल्ली। सानिया मिर्जा के लिए मंगलवार का दिन काफी मिला जुला रहा जहां एक ओर उन्हें ट्रैफिक नियम तोडऩे पर जुर्माना लगा तो वहीं कुछ देर बाद यह खबर आई कि खेल पुरस्कार तय करने वाली समिति ने विबंलडन महिला युगल चैंपियन और विश्व की नंबर एक युगल खिलाड़ी को इस वर्ष देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ से सम्मानित करने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है।
समझा जाता है कि 12 सदस्यीय इस समिति की मंगलवार को हुई बैठक में सानिया का नाम खेल मंत्रालय को भेजे जाने का फैसला लिया गया। सूत्रों के अनुसार अब सानिया के नाम की घोषणा अब मात्र औपचारिकता है। इस समिति की बैठक में अर्जुन पुरस्कार के लिए प्रस्तावित खिलाडिय़ों के नामों पर भी विचार किया गया।
हैदराबाद की सानिया का प्रदर्शन इस वर्ष बेहतरीन रहा और वह देश की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी बनी जो युगल में नंबर एक रैंकिंग पर पहुंची। सानिया ने जुलाई में वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लेम विंबलडन में अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ पहली बार महिला युगल खिताब जीता। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2014 एशियाई खेलों में मिश्रित युगल में स्वर्ण और महिला युगल में कांस्य पदक जीता था।
इससे पहले सानिया को वर्ष 2004 में अर्जुन अवार्ड तथा इसके दो साल बाद देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। सानिया अपने करियर में तीन मिश्रित युगल ग्रैंड स्लेम भी जीत चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2009 में आस्ट्रेलियन ओपन, वर्ष 2012 में फ्रेंच ओपन और वर्ष 2014 में यूएस ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता था।
उल्लेखनीय है कि खेल मंत्रालय ने सानिया सहित स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा, सीमा पूनिया, हाकी खिलाड़ी सरदार सिंह और बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत के नाम भी खेल रत्न के लिए प्रस्तावित किए थे।
सानिया इसी के साथ देश की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी होंगी जिन्हें खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले वर्ष 1996-97 में भारतीय सीनियर खिलाड़ी लिएंडर पेस को यह सम्मान दिया गया था। गत माह खेल मंत्रालय ने सानिया के नाम की सिफारिश की थी लेकिन साथ ही साफ किया था कि अंतिम निर्णय अवार्ड समिति का होगा।