जयपुर। जयपुर नगर निगम ने संजय बाजार में जिस जमीन पर 40 दुकानों का निर्माण किया है दरअसर वो जमीन निगम ने पहले पार्किंग के लिए प्रस्तावित कर रखी थी।
ऐसे में अब जब दुकानें बन गई और उन्हे नीलामी करने की तैयारी भी कर ली, तब निगम अधिकारियों को अपनी ये गलती नजर आई। ऐसे में अब आनन-फानन में नीलामी को रोककर निगम प्रशासन जमीन पर पार्किंग के प्रावधान को डी-नोटिफाइड करने में लग गया।
200 करोड़ की कमाई अटकी
निगम सूत्रों की माने तो इन दुकानों से निगम को करीब 200 करोड़ रुपए या उससे अधिक की आय होने की उम्मीद है। ऐसे में पार्किंग का मसला सामने आने के कारण ये कमाई अब कुछ समय के लिए अटक गई।
जिस जमीन पर ये दुकानें बनी है संजय बाजार के ले-आउट प्लान में इस जमीन पर पार्किंग का प्रावधान है। ऐसे में अगर नगर निगम पार्किंग के प्रावधान को हटाए बिना दुकानें नीलाम करता है तो मामला कोर्ट में चला जाएगा।
19 साल से चल रही है पार्किंग
नगर निगम इस जमीन पर 1997 में पार्किंग ठेका देना शुरू कर दिया, जिसके कारण वहां कुछ नहीं हो सका। लेकिन नगर निगम के पिछले बोर्ड में संजय बाजार में पार्किंग वाली जमीन पर नई दुकानें बना कर उसका ऑक्शन करने का निर्णय लिया। बोर्ड के इस निर्णय के बाद मौके पर करीब 40 दुकानें बना कर तैयार कर ली, लेकिन अब जब नीलामी का समय आया तो पार्किंग का पेच अटक गया।