वाराणसी। अभिनेता संजय दत्त ने अपने दिवंगत पिता सुनील दत्त की इच्छा पूरी करते हुए बुधवार को वाराणासी में उनका और अपनी दिवंगत मां नरगिस दत्त का श्राद्ध किया।
संजय चार्टर्ड विमान से वाराणासी पहुंचे और रानी घाट में माता-पिता का ‘पिंडदान’ किया। नवरात्रि से पहले 15 दिन की श्राद्ध की अवधि के दौरान यह किया जाना शुभ माना जाता है। आठ ब्राह्मणों ने पूजा-पाठ और पिंडदान करने में मदद की।
संजय की आगामी फिल्म ‘भूमि’ की सह-कलाकार अदिति राव हैदरी भी उनके साथ उपस्थित थीं। संजय ने संवाददाताओं को बताया कि जब उनके पिता अस्पताल में थे, तो उन्होंने इच्छा व्यक्त की थी कि उनका श्राद्ध काशी में किया जाए। वाराणसी को ऐतिहासिक रूप से काशी के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे परिवार के लिए महत्वपूर्ण है। मुंबई में कांग्रेस सांसद रहे सुनील दत्त की 25 मई 2005 को अचानक मृत्यु हो गई।