रांची। सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र विनय महतो की मौत के मामले को लेकर पुलिस काफी गंभीर है। मामले के खुलासे के लिए सीआइडी, स्पेशल ब्रांच और जिला पुलिस की टीम अलग-अलग जांच कर रही है। छात्र विनय महतो की मौत के मामले की जांच के लिए डीजीपी डीके पांडेय सोमवार को स्कूल पहुंचे।
डीजीपी ने स्कूल में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच की और मृतक के क्लास रुप में जाकर जानकारी ली। इस दौरान डॉग स्क्वायड टीम भी गई थी। डॉग स्क्वायड एक टीचर के रुम तक गया। इसके बाद टीचर के कमरे की कई समानों को जब्त किया गया।
डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि मामले को लेकर सीआइडी, स्पेशल ब्रांच और जिला पुलिस अलग-अलग जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।
डीजीपी के साथ आईजी अरुण कुमार सिंह, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सिटी एसपी किशोर कौशल और हटिया एसपी प्रशांत आंनद भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार सीआइडी की टीम ने जांच में स्कूल के बच्चों पर भी संदेह जताया है। इसके अलावा टीम अलग-अलग बयान लेकर मिलान करने में जुटी है।
केस की जांच के लिए 10 टीम का गठन
एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि विनय हत्याकांड के खुलासे के लिए 10 टीम बनाई गई है। इसमें कई इंस्पेक्टर और कई सब-इंस्पेक्टर शामिल है। सभी टीम को अलग-अलग पहलुओं पर जांच करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा सीआइडी और स्पेशल ब्रांच के भी अधिकारी जांच कर रहे है। उन्होंने कहा कि जांच में हर तरह के वैज्ञानिक पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है। हर क्षेत्र में विशेषज्ञों से सहयोग लिया जा रहा है।
संदेह के चलते 10 लोग हिरासत में
पुलिस विनय महतो की हत्या को लेकर कैंपस में रहने वाले सभी टीचर, वार्डेन, गार्ड सहित बच्चों से भी पूछताछ की है। मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसमें छह लोगों को छोड़ दिया गया है। सभी से तुपुदाना ओपी में पूछताछ की जा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई पहलुओं की जांच नहीं
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चें की आंखों में गंभीर जख्म और कपाल में छेद होने की बात कही गई है। इसके अलावा पेट के अंदरुनी हिस्सें में भी अत्यधिक चोट के कारण लीवर फटने और फेफड़े के पास हड्डियों के टूटे होने की बात रिपोर्ट में दर्ज है। सूत्रों के अनुसार विनय की अप्राकृतिक यौनाचार के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस पहलू की जांच का कोई जिक्र नहीं है। विनय का पोस्टमार्टम एक डाक्टर से कराया गया जो कई सवाल उठा रहे है। मेडिकल बोर्ड का गठन कर पोस्टमार्टम कराने पर हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को आसानी होती।
मामले में पुलिस की लापरवाही भी हुई उजागर
सफायर स्कूल में सातवीं कक्षा के 13 वर्षीय छात्र विनय कुमार महतो की मौत के मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। पुलिस टीम ने विनय से जुड़ी चीजों का साक्ष्य संकलन कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा था। वह विनोद कुमार महतो के नाम से भेजा गया था। जबकि मौत विनय महतो की हुई थी। कानून के जानकार कहते है कि पुलिस विधि विज्ञान प्रयोगशाला में बिनोद के नाम से पत्र भेजा गया है इसका लाभ हत्यारे को मिल सकता है।
क्या है मामला
4 फरवरी की देर रात 1.30 बजे संदेहास्पद स्थिति में सफायर स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र विनय कुमार महतो का शव बरामद किया गया था। अबतक की जांच में हत्या की आशंका जताई गई है। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने भी हत्या की पुष्टि की है।