कोलकाता। सारदा मामले के आरोपी तृणमूल नेता मदन मित्र गत आधी रात के बाद फिर से जेल पहुंच गए।
कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा जमानत रद्द किए जाने के बाद मदन मित्र गुरूवार शाम पांच बजे ही आत्मसमर्पण के उद्देश्य से अलीपुर अदालत पहुंच गए थे लेकिन वैधानिक औपचारिकताओं को पूरा करने में करीब सात घंटे लग गए और इस दौरान मदन मित्र को असहनीय प्रतीक्षा करनी पडी।
इस दौरान मदन मित्र के वकीलों ने अदालत से उन्हें जेल के बजाय अस्पताल भेजे जाने का अनुरोध किया लेकिन अदालत का कहना था कि जब तक हाई कोर्ट के निर्देश की कापी उन्हें नहीं मिलती तब तक वे किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकते।
उधर हाई कोर्ट के निर्देश की प्रति अलीपुर अदालत तक पहुंचने में काफी वक्त लग गया। रात ग्यारह बजे के बाद उच्च न्यायालय के विशेष प्रतिनिधि कापी लेकर अलीपुर अदालत पहुंचा। इसके उपरांत मदन मित्र अपने वकीलों के साथ जज के समक्ष उपस्थित हुए।
अदालत ने मदन मित्र को हिरासत में लिये जाने तथा तीन दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में रखने का निर्देश दिया। अदालत का निर्देश आने के बाद मदन मित्र रात 12 बजे के करीब अलीपुर सेंट्रल जेल पहुंच गये।
उल्लेखनीय है कि सारदा मामले की जांच कर रही सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में मदन मित्र को गिरफ्तार किया था।
करीब 11 माह तक जेल में गुजारने के बाद दुर्गा पूजा से पूर्व उन्हें अलीपुर अदालत से जमानत मिल गई थी लेकिन सीबीआई ने कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत रद्द किए जाने की अर्जी दी थी।
गुरूवार को उच्च न्यायालय ने सीबीआई की अर्जी स्वीकार करते हुए मदन मित्र की जमानत रद्द कर दिया था।