कोलकाता। सारदा चिटफंड मामले में तृणमूल सांसद शताब्दी राय और परिवहन मंत्री शुभेन्दु अधिकारी के छोटे भाई सौमेन्दु अधिकारी को सीबीआई ने पूछताछ के लिए तलब किया है जिसके कारण तृणमूल फिर किसी बडे संकट में पड़ सकती है।
इसके पहले सारदा मामले में तृणमूल के कई सांसदों और मंत्रियों का नाम आ चुका है। तृणमूल सांसद कुणाल घोष और मंत्री मदन मित्र को मामले में सजा काटनी पड़ी थी और लगभग तीन वर्ष जेल में बिताने के बाद दोनों को पूजा के पहले जमानत मिली जिससे तृणमूल को भी राहत मिली थी।
अब बीरभूम की सांसद शताब्दी राय को सीबीआई की ओर से तलब किए जाने के बाद तृणमूल फिर से मुसीबत में घिरती नजर आ रही है। आरोप है कि टॉलीवुड की विख्यात अभिनेत्री औ़र तृणमूल सांसद शताब्दी राय कभी सारदा ग्रुप की ब्रैंड एम्बेसडर हुआ करती थीं। हालांकि शताब्दी ने इन आरोपों से इनकार किया।
सीबीआई ने उन्हें नोटिस भेजकर सीबीआई कार्यालय आने को कहा है साथ ही कांथी नगरपालिका के चेयरमैन सौमेन्दु अधिकारी को भी 18 नवम्बर को हाजिर होने के लिए कहा गया है।
इसी विषय में कांग्रेस विधायक और विधानसभा में विरोधी दल के नेता अब्दुल मन्नान ने बताया कि यह प्रमाणित हो गया कि मोदी-ममता में जोट के कारण ही सीबीआई सारदा मामले की जांच काफी धीमी गति से कर रही थी।
ममता के मोदी को निशाने पर लेने के बाद फिर सीबीआई ने तृणमूल सांसदों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई ने बताया कि अदालत की पहले से ही इन पर नजर थी। इसी आधार पर तृणमूल सांसद शताब्दी राय को तलब किया गया है।