

गुवाहाटी। असम की भाजपानीत गठबंधन सर्वानंद सोनोवाल सरकार के मंत्रिमंडल में विस्तार होने जा रहा है। माना जा रहा है कि आगामी 30 जनवरी से आहूत विधानसभा सत्र के पहले ही मंत्रिमंडल में विस्तार हो सकता है।
शुक्रवार को असम विधानसभा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास को असम प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया है, जिसके चलते आसार दिखने लगे हैं कि मंत्रिमंडल में भी शीघ्र ही विस्तार हो सकता है। इसका संकेत 19 दिसम्बर को आयोजित होने जा रही असम प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी की बैठक से भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री सोनोवाल की अध्यक्षता में होने जा रही बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल के अलावा अन्य कई वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे।
उल्लेखनीय है कि छह माह पुरानी सोनोवाल मंत्रिमंडल में अभी सिर्फ आधे मंत्रियों को ही जगह मिली है। मुख्यमंत्री समेत कुल 11 लोग ही मंत्रिमंडल में शामिल हैं। जबकि यह आंकड़ा 20 तक पहुंच सकता है।
ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ और विधायकों के मंत्री बनने का सपना साकार हो सकता है। सरकार में सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (अगप) और बोड़ोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) अपने कोटे से मंत्रिमंडल में और दो-दो विधायकों को शामिल कराना चाहती हैं।
वर्तमान में अगप और बीपीएफ के दो-दो विधायक मंत्री हैं। लेकिन यह इतना आसान नहीं होगा। क्योंकि भाजपा के विधायक नाराज हो जाएंगे। संख्या के अनुसार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। उसके विधायकों की संख्या 60 है। जबकि अगप के 14 और बीपीएफ के 12 विधायक हैं।
ऐसे में सोनोवाल को सहयोगी पार्टियों के साथ ही अपने विधायकों को भी संभालने की बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे माना जा रहा है कि अगप और बीपीएफ को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है।