लाहौर/कराची। पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने वाली पाकिस्तानी टीम का स्वदेश वापसी पर जोरदार स्वागत हुआ है। टीम के स्वागत में प्रशंसक देर रात तक जगे रहे।
पाकिस्तान ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी भारत को पिछले रविवार को फाइनल मुकाबले में 180 रनों से करारी शिकस्त दी थी।
पाकिस्तान के अखबार द डॉन के मुताबिक मंगलवार सुबह तड़के कराची और लाहौर हवाइअड्डों पर भारी भीड़ मौजूद थी।
पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद द्वारा ट्वीटर पर जारी किए गए वीडियो में वह ट्रॉफी को हाथ में लिए पाकिस्तान..पाकिस्तान के नारे लगा रहे हैं।
सरफराज ने श्रीलंका के खिलाफ अहम मुकबाले में 61 रनों की पारी खेली टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। वह और तेज गेंदबाज रूमान रईस जब अपने घर की तरफ जा रहे थे तब सुबह 4.45 बजे कराची में पूरा रास्ता भारी भीड़ से सजा था।
डॉन के मुताबिक प्रशंसकों ने सरफराज के घर के रास्ते में 70 फुट का राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सरफराज सिंध राज्य की सरकार द्वारा दिए गए विशेष दस्ते की देखरेख में घर पहुंचे।
हर कोई इस मौके पर सेल्फी लेने में व्यस्त था। रिपोर्ट के मुताबिक सरफराज और रुमान को सिंध की पारंपरिक शॉल और कैप भेंट स्वरूप दी गईं।
अखबार ने सरफराज के हवाले से लिखा है कि हमने एक इतिहास रचा है। मेरा मानना है कि यह जीत भूली नहीं जाएगी।
पाकिस्तान टीम के नौ सदस्य पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी खेल रहे थे। सरफराज ने अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया और अपनी टीम के सीनियर खिलाड़यों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि अहम मौकों पर हमारी टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी ली और अच्छा प्रदर्शन किया। यह पाकिस्तान के लिए अच्छी बात है कि युवा खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया। ट्रॉफी जीतना मुश्किल था। यह टीम के संयुक्त प्रयास से मुमकिन हो सका।
प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए हसन अली, फहीम अशरफ, बाबर आजम और अहमद शाहजाद को पंजाब की सरकार ने लाहौर में फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया।
भारत से ही पहले मैच हारने के बाद पाकिस्तान ने वो विजय रथ पकड़ा, जिस पर सवार को होकर उसने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी खिताब की प्रबल दावेदार को मात दी और फिर भारत को परास्त किया।